प्यारे खान के बयान पर नितेश राणे का पलटवार, कहा- विरोध कर खुद कर रहे इस्लाम को बदनाम; इको फ्रेंडली ईद मानने खुद करें आवाहन

नागपुर: वर्चुअल ईद मामले पर अल्पसंख्यक आयोग अध्यक्ष प्यारे खान के दिए बयान पर मंत्री नितेश राणे के पलटवार किया है। राणे ने कहा कि, अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष खुद इस्लाम को बदनाम कर रहे हैं। राणे ने कहा कि, हमें त्योहारों पर इको फ्रेंडली मनाने की बात कही जाती है, उसी तर्ज पर मैंने भी मुस्लिम समाज को सलाह दी है। वहीं मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को बदनाम करने के आरोप पर जवाब देते हुए राणे ने कहा कि, पूरा राज्य जनता है मुख्यमंत्री को कौन बदनाम कर रहा है। इसी के साथ भाजपा नेता ने प्यारे खान से पत्र लिखकर मुस्लिम समाज से इको फ्रेंडली मनाने का आवाहन करने की सलाह दी है।
राणे ने कहा, "मेरा मानना है कि जिम्मेदार पद पर बैठे व्यक्ति को जिम्मेदाराना भूमिका निभानी चाहिए। अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष के रूप में आपको मुस्लिम और अल्पसंख्यक समुदायों को कैसे एकजुट कर सकते हैं और उन्हें कैसे जागरूक कर सकते हैं, इस पर स्टैंड लेना चाहिए। अब प्यारे खान जो भूमिका निभा रहे हैं, वह इस्लाम को बदनाम करने की है।"
उन्होंने आगे कहा, "जब हिंदू समुदाय को इको-फ्रेंडली होली, इको-फ्रेंडली दिवाली, पटाखा मुक्त दिवाली जैसे कई सुझाव दिए जाते हैं। तब हिंदू समुदाय समझता है। हम दूसरे धर्मों का नाम नहीं लेते। हिंदू समुदाय अपना डर नहीं दिखाता। मेरी स्थिति और सलाह यह है कि मुसलमानों को भी ऐसा ही सोचना चाहिए। जिस तरह हिंदू समुदाय पर्यावरणविदों की बात सुनता है और पटाखे नहीं फोड़ता, रंग नहीं खेलता, मेरी अच्छी सलाह है कि मुसलमानों को इको-फ्रेंडली बकरीद मनानी चाहिए, इसमें हिंदू-मुस्लिम विवाद पैदा करने का सवाल ही नहीं है।"
भाजपा नेता ने कहा, "बकरीद की वजह से हिंदू नागरिक परेशान हैं, क्योंकि उनके समाज में बकरे काटे जाएंगे, जिससे दोनों समुदायों के बीच कई सवाल और विवाद पैदा होंगे। कल को इससे दंगे भी हो सकते हैं। अगर कोई इसे रोकने की सलाह दे रहा है, तो हमें सुनना चाहिए। जब हिंदू समुदाय को सलाह दी जाती है, तो क्या हिंदू समुदाय आक्रोश दिखाता है? क्या वह बलपूर्वक करता है? फिर अबू आज़मी कैसे बोलते हैं, हम बकरा काटेंगे।"
उन्होंने आगे कहा, "यह हिंदू समुदाय की समझ को दर्शाता है। इसलिए, महाराष्ट्र जानता है कि कौन इस्लाम को बदनाम कर रहा है और कौन फडणवीस को बदनाम कर रहा है। मैं प्यारे खान को सलाह देता हूं कि वह मेरी कही गई बातों पर विचार करें और उन्हें मुस्लिम समुदाय को चुनौती देनी चाहिए कि नितेश राणे जो कह रहे हैं वह हमारे हित में है। तदनुसार, हम इको-फ्रेंडली बकरीद मनाएंगे।"
राणे ने कहा, "यदि दोनों समुदायों के बीच दरार होती है, तो अशांति पैदा हो सकती है। जब तक हम यहां हैं, दंगों का कोई कारण नहीं है। यदि महाराष्ट्र शांतिपूर्ण रहना चाहता है, तो इको-फ्रेंडली बकरीद ही विकल्प है। प्यारे खान टीवी पर मेरे खिलाफ बोलते हैं, लेकिन जब वे सामने आते हैं, तो हाथ जोड़कर खड़े हो जाते हैं।"

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