अजीत पवार सरकार में हुए शामिल, गडकरी ने चुटकी लेते हुए कहा- बढ़ी भीड़, मंत्री नहीं बनने से कई विधायक दुखी
नागपुर: अजित पवार शिंदे-फडणवीस सरकार में शामिल हो चुके हैं। उन्हें सरकार में उपमुख्यमंत्री बनाया गया है। यही नहीं उनके आठ विधायकों को मंत्री भी बनाया गया है। राष्ट्रवादी कांग्रेस के विधायकों के शामिल होने के कारण शिंदे गुट और भाजपा विधायकों में बेचैनी है। विधायकों की इस बेचैनी पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने तंज कसा है। गडकरी ने कहा कि, “जिन लोगों ने मंत्री की शपथ लेने के लिए कोट सिल्वा के बैठे हैं, उनमें अब दुःख है। भीड़ बढ़ने के कारण अब वह मंत्री बनेंगे की नहीं इसको लेकर उनमें बेचैनी है।”
केंद्रीय मंत्री गडकरी गुरुवार को सुरेश भट सभागार में विद्यापीठ शिक्षण मंच द्वारा आयोजित गुरुपूर्णिमा उत्सव में शामिल हुए जहां बात करते हुए उन्होंने यह बात कही। गडकरी ने कहा, "भीड़ बढ़ने के कारण अब भावी मंत्रियों को चिंता सता रही है कि अब उन्हें मौका मिलेगा या नहीं। नए 'कोट' पहले ही सिल दिए गए थे। कब बुलाना है कब आना है और कब जाना है। लेकिन अब सवाल ये है कि इस का क्या किया जाए। किसी हॉल की बैठने की क्षमता बढ़ाई जा सकती है। लेकिन कैबिनेट में मंत्रियों की संख्या नहीं बढ़ाई जा सकती।"
गडकरी ने आगे कहा कि समाधान हर किसी की समझ में है। यह महसूस करना संतुष्टि है कि आपको अपनी क्षमता से अधिक प्राप्त हुआ है। फिलहाल पार्षदों को उनके विधायक नहीं बनने का दुख है। विधायक इस बात से दुखी हैं कि वह मंत्री नहीं बने। मंत्री जी को अच्छा हिसाब न मिल पाने का दुख है। और जो अब होने वाले थे वो दुखी हैं कि अब हमें मौका मिलेगा या नहीं। क्योंकि यहां बहुत भीड़ हो गई है।
पवार के शामिल होने से शिंदे गुट एम् बढ़ी बेचैनी
सरकार में शामिल होने के कारण शिंदे गुट के विधायकों में बेचैनी और नाराजगी की चर्चा शुरू है। शिंदे गुट के कई विधायकों इसको लेकर मीडिया पर बयान दिया है। जिसमें उन्होंने निर्णय लेने से पहले विश्वास में नहीं लेने की बात कही है। हालांकि, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने साफ़ कह दिया है कि, सरकार में सब ठीक है। अजित पवार के आने से सरकार मजबूत हुई है।
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