लाखों फ़ीस लेकर बच्चों को नहीं जा रहा पढ़ाया, FIIT-JEE के खिलाफ सड़क पर उतरे पालक

नागपुर: आईआईटी-जेईई कोचिंग के लिए संस्थानों द्वारा लाखो रुपए की फ़ीस ली जाती है, इस दौरान वह बच्चों को अच्छी शिक्षा देने का वादा करते हैं, हालांकि, ऐसा नहीं होता नहीं दिखाई दे रहा है। शहर में ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहां आईआईटी-जेईई की कोचिंग देने वाली संस्था एफआइआइटी-जेईई ने पैसे तो ले लिए लेकिन छात्रों को नियमित तौर पर शिक्षा नहीं दी जा रही। जिसको लेकर रविवार को अभिभावक कोचिंग संस्था के खिलाफ सड़क पर उतर गए, इस दौरान उन्होंने जमकर नारेबाजी की।
शहर के धरमपेठ पेठ स्थित लॉ-कॉलेज चौराहे के पास एफआइआइटी-जेईई का संस्थान है। जहां सैकड़ों की संख्या में छात्र आईआईटी जेईई की ट्यूशन लेते हैं। इसके लिए छात्रों के अभिभावकों द्वारा लाखों की फ़ीस कोचिंग संस्था को जमा की है। अभिभावकों का आरोप है कि, संस्था ने पैसे तो ले लिया लेकिन पिछले चार महीने से नियमित क्लास नहीं ली जा रही है।
एक अभिभावक ने बताया कि, "यह उनके बेटे का 12वां साल है। एक साल पहले ट्यूशन के लिए दो लाख रुपये जमा किये थे। कहा गया था कि इस बार तुम्हें अच्छे शिक्षकों से ट्यूशन मिलेगी। लेकिन, चार माह से बच्चों को ट्यूशन नहीं दी गयी है. विद्यार्थी सुबह सात बजे कक्षाओं में आते हैं। हालाँकि, सभी कक्षाएं उसके बाद नहीं होतीं। कई अच्छे शिक्षक यहां से चले गये हैं। उनके स्थान पर कोई नया अध्यापक नहीं आया। इससे छात्रों को भारी नुकसान हो रहा है। अभिभावकों ने कहा कि कई बार इसकी शिकायत करने के बावजूद शिक्षक वर्ग ने इस पर ध्यान नहीं दिया, इसलिए हम लोग सड़कों पर उतरे।"
इसी के विरोध में सैकड़ो की संख्या में अभिभावक सहित छात्र-छात्राएं कोचिंग संस्था के खिलाफ सड़क पर उतर गए और जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने संस्था के खिलाफ जोरदार नारेबाजी भी की। हंगामा को बढ़ते देख सीताबर्डी पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और अभिभावकों को समझाने का प्रयास किया। हालांकि, अभिभावक बेहद गुस्से में दिखाई दिए। हालांकि, पुलिस की मध्यस्था करने के बाद अभिभावकों और संस्थान के साथ समस्या को लेकर बैठक हुई है। संस्था ने तीन दिनों के अंदर इसका निराकरण करने का लिखित आश्वासन दिया है। जिसके बाद आंदोलन समाप्त हुआ।

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