Amravati: प्रहार का राज्यव्यापी चक्का जाम आंदोलन, कडु ने कहा - गांधीगिरी खत्म, अब भगत सिंहगिरी शुरू

अमरावती: प्रहार जनशक्ति पार्टी (Prahar Janshakti Party) ने किसानों की कर्जमाफी, खेतिहर मजदूरों, दिव्यांगों और ग्राम पंचायत कर्मचारियों की विभिन्न मांगों को लेकर राज्यव्यापी चक्का जाम आंदोलन शुरू कर दिया है। अमरावती जिले के पार्थ वाड़ा में विधायक बच्चू कडू (Bachhu Kadu) के नेतृत्व में हजारों किसान और कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए हैं। "किसानों के सात बाड़े खाली करो" की मुख्य मांग को लेकर यह आंदोलन और भी उग्र होता जा रहा है।
परतवाड़ा-अमरावती राजमार्ग पर टायर जलाकर रास्ता जाम कर दिया गया। प्रहार संगठन किसानों, खेतिहर मजदूरों, दिव्यांगों, मछुआरों, चरवाहों समेत विभिन्न समूहों के न्यायोचित अधिकारों के लिए सरकार के खिलाफ आक्रामक हो गया है। बच्चू कडू ने सरकार की आलोचना करते हुए कहा, "सरकार राज्य में अशांति चाहती है। इसीलिए कर्जमाफी पर फैसला नहीं हो रहा है।"
बिना तारीख बताए मंत्रालय में करेंगे प्रवेश
अपने भाषण में कडू ने अपना गुस्सा जाहिर करते हुए कहा, "अब मैं बिना तारीख बताए मंत्रालय में प्रवेश करूँगा। समिति नियुक्त हो गई है, लेकिन अध्यक्ष को इसकी जानकारी नहीं है।" अब गांधीगिरी खत्म, भगत सिंहगिरी शुरू। आत्महत्या करने के बजाय, हमें लड़ना चाहिए। कृषि मंत्री विधान भवन में रमी खेल रहे हैं और युवा रमी खेलते-खेलते मर रहे हैं। यह तो बस ट्रेलर है, पिक्चर अभी बाकी है!" बच्चू कडू ने अगले विरोध प्रदर्शन की तारीख़ का भी ऐलान कर दिया है और उन्होंने स्पष्ट किया है कि 29 जुलाई को वसंतराव नाइक की समाधि पर एक बड़ा विरोध प्रदर्शन होगा।
पुलिस कार्रवाई, कार्यकर्ताओं की गिरफ़्तारी
इस बीच, नागपुर ज़िले के गोंडखैरी में विरोध प्रदर्शन से पहले पुलिस ने प्रहार कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। प्रहार के पदाधिकारी रजनीकांत अटकरी समेत कई कार्यकर्ताओं को कल रात गिरफ़्तार कर लिया गया। इसके बाद बच्चू कडू ने पुलिस से सीधे फ़ोन पर बात की और कहा कि यह कार्रवाई अन्यायपूर्ण है।

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