भंडारा के तीनों निर्वाचन क्षेत्रों में बगावत, बागियों के कारण पार्टी प्रत्याशियों के छूट रहे पसीने
भंडारा: भंडारा जिले इस बार जबरदस्त मुकाबला देखने को मिलने वाला है. इसका कारण हर पार्टी में बगावत होना है. चुनाव शुरू होते ही असंतुष्ट उम्मीदवारों ने बगावत कर अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है. भंडारा विधानसभा में महाविकास अघाड़ी से पूजा ठवकर को कांग्रेस से नामांकन मिलने के बाद, अब शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट से बागी नरेंद्र पहाड़े ने अपनी उम्मीदवारी दाखिल की है. वहीं, शिवसेना शिंदे गुट से नरेंद्र भोंडेकर के मैदान में होने से भंडारा विधानसभा में त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा.
यहां साकोली सीट पर बीजेपी ने एनसीपी से बीजेपी में शामिल हुए अविनाश ब्राह्मणकर को उम्मीदवार बनाया है. इसलिए, सिमदत्त करंजेकर ने स्वतंत्र उम्मीदवारी के तौर पर नामांकन दाखिल किया. चूंकि बीजेपी के कुछ नेता उनके साथ हैं, इसलिए अब साकोली विधानसभा क्षेत्र में नाना पटोले की राह आसान हो गई है.
तुमसर विधानसभा में राष्ट्रवादी शरद पवार गुट के पूर्व विधायक चरण वाघमारे को भी टिकट दिया गया है. इस वजह से एनसीपी के ज्यादातर कार्यकर्ता नाराज थे. तीसरा गठबंधन तैयार करते हुए मधुकर कुकड़े को खड़ा किया गया.
राष्ट्रवादी अजित पवार गुट में भी बगावत हो गई है. विधायक राजू कारेमोरे को उम्मीदवारी मिलते ही तहसील अध्यक्ष धनेंद्र तुरकर ने बगावत कर दी और अपनी उम्मीदवारी दाखिल कर दी. प्रफुल्ल पटेल ने धनेंद्र तुरकर को मनाने की कोशिश की. लेकिन तुरकर नहीं माने. इसलिए तुमसर विधानसभा क्षेत्र में बागियों के कारण दोनों एनसीपी को काफी पसीना बहाना पड़ेगा.
admin
News Admin