सगेसोयरे का नहीं होगा नुकसान, ओबीसी समुदाय को मिलेगा न्याय: बबनराव तायवाडे

नागपुर: मनोज जारांगे पाटिल सगेसोयरे को भी आरक्षण दिए जाने की मांग की है. इस मांग को ओबीसी नेताओं ने खारिज कर दिया है. लेकिन, राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ के नेता डॉ बबनराव तायवाडे ने इस संबंध में अपनी अलग स्थिति बताई है. उन्होंने ने कहा है कि मराठा और ओबीसी आरक्षण मुद्दे पर हमारी 29 सितंबर को मुख्यमंत्री से चर्चा हुई थी. हमारी मांग है कि मराठा समुदाय को ओबीसी से आरक्षण न दिया जाए. सेजसोयर से ओबीसी को कोई नुकसान नहीं होगा. बबनराव तायवाडे ने कहा है कि ओबीसी को न्याय मिलेगा.
तायवाडे ने मीडिया से बातचीत में कहा, “सरकार ने ओबीसी की समस्याओं को समझने की कोशिश की. महाज्योति को जनसंख्या के अनुसार ज्यादा से ज्यादा निधि देनी चाहिए, इससे युवाओं और आम आदमी को फायदा होगा. ओबीसी के लिए छात्रावास शुरू नहीं होने पर भी चर्चा होनी चाहिए. बिहार में हुई जनगणना की तरह ही राज्य में भी जातिवार जनगणना कराई जानी चाहिए.” उन्होंने कहा कि ओबीसी नेताओं को सरकार से संघर्ष करना चाहिए और सरकार को जातिवार जनगणना कराने के लिए मजबूर करना चाहिए.
जरांगे पाटिल की भाषा से नाराजगी
तायवाडे ने जरांगे पाटिल के विषय में कहा कि जरांगे पाटिल आए दिन ओबीसी नेताओं पर निम्न स्तरीय भाषा का प्रयोग करते हैं. क्या ये उनका बड़प्पन है? वो ओबीसी नेताओं का राजनीतिक अस्तित्व खत्म करने की बात करते हैं. बबनराव तायवाड़े ने कहा कि आने वाले चुनाव में हम दिखा देंगे कि कौन किसको पटखनी देगा. वहीं, तायवाड़े ने लक्ष्मण हाके को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि पूरे महाराष्ट्र में ओबीसी समुदाय एकजुट होकर अपनी ताकत दिखाए.
देखें वीडियो:

admin
News Admin