logo_banner
Breaking
  • ⁕ मलकापुर के नए चुने गए कांग्रेस के नगरअध्यक्ष का नोट उड़ाते हुए वीडियो वायरल, हर तरफ हो रही आलोचना ⁕
  • ⁕ शिवसेना शिंदे गुट के उप जिला अध्यक्ष वरदराज पिल्ले ने नगर परिषद चुनाव परिणाम पर उठाए सवाल ⁕
  • ⁕ कांग्रेस की मुंबई में पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक, नगर पालिका के उम्मीदवारों को लेकर होगी चर्चा, विजय वडेट्टीवार ने दी जानकारी ⁕
  • ⁕ Gondia: गोंदिया और तिरोड़ा नगर परिषद् के वार्डो में मतदान जारी, 18 हजार मतदाता करेंगे 18 उम्मीदवारों का फैसला ⁕
  • ⁕ विदर्भ की सात सहित 23 नगर परिषद में आज मतदान, मतदान केंद्रों पर सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था, रविवार को होगी परिणामों की घोषणा ⁕
  • ⁕ खापरी ROB–MIHAN इंटरचेंज फ्लाईओवर का काम हुआ शुरू, 24 महीनों में पूरा करने का लक्ष्य ⁕
  • ⁕ बुटीबोरी एमआईडीसी हादसा: मुख्यमंत्री फडणवीस ने जताया शोक, मृतकों को सरकार पांच, तो कंपनी को देगी 30 लाख का मुआवजा ⁕
  • ⁕ Chandrapur: चंद्रपूर मनपा में नया विवाद; आयुक्त के ‘अलिखित फरमान’ से अधिकारी-कर्मचारी परेशान ⁕
  • ⁕ सूदखोरी का कहर! चंद्रपुर में साहूकारों की दरिंदगी, एक लाख का कर्ज़ 47 लाख बना; कर्ज चुकाने किसान ने बेच दी किडनी ⁕
  • ⁕ Nagpur: चोरी के मामले में तीन आरोपी गिरफ्तार, तीन चोरी की वारदातों का खुलासा, क्राइम ब्रांच यूनिट 3 की कार्रवाई ⁕
Maharashtra

महाराष्ट्र की 15 वीं विधानसभा का विशेष सत्र शुरू, प्रोटेम स्पीकर नवनिर्वाचित सभी विधायकों को दिला रहे शपथ


मुंबई: शनिवार को मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने महाराष्ट्र विधानसभा के सदस्य के रूप में शपथ ली। महाराष्ट्र विधानसभा के विशेष सत्र के पहले दिन आज सुबह मुख्यमंत्री फडणवीस, उपमुख्यमंत्री शिंदे और अजित पवार ने मुंबई स्थित विधान भवन परिसर में छत्रपति शिवाजी महाराज को श्रद्धांजलि अर्पित की।

विधान भवन में विधायकों का शपथ ग्रहण समारोह अभी चल रहा है। इस बीच, महाराष्ट्र विधानसभा के नए अध्यक्ष का चुनाव सोमवार, 9 दिसंबर को होने की संभावना है। महाराष्ट्र विधानसभा का तीन दिवसीय विशेष सत्र चल रहा है। यह विशेष सत्र महाराष्ट्र में नवगठित विधानसभा के विधायी एजेंडे के लिए माहौल तैयार करने का काम करेगा।

महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन ने शुक्रवार को विधानसभा के तीन दिवसीय विशेष सत्र से एक दिन पहले वरिष्ठ भाजपा विधायक कालिदास सुलोचना कोलंबकर को विधानसभा के अस्थायी अध्यक्ष के रूप में शपथ दिलाई।