वडेट्टीवार के पास संघ पर बोलने का अधिकार नहीं, बावनकुले बोले- कांग्रेस पराजय की मानसिकता नहीं निकली बाहर

नागपुर: छत्रपति शिवाजी महाराज और छत्रपति संभाजी महाराज के बारे में आपत्तिजनक बयान देने वाले प्रशांत कोरटकर को तेलंगाना भागने में मदद करने वाले प्रशांत पडवेकर को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता अतुल लोंढे ने मुख्यमंत्री कार्यालय को आरोपियों के घेरे में खड़ा किया है। इससे राजस्व मंत्री और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने पलटवार किया है। बावनकुले ने कहा कि कांग्रेस प्रवक्ता अतुल लोंधे में मुख्यमंत्री कार्यालय के बारे में बात करने की हैसियत नहीं है।
छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज सांसद उदयनराजे भोसले द्वारा स्वतंत्रता सेनानियों और देश को स्वतंत्रता दिलाने सहित अच्छे काम करने वाले महानुभावों के बारे में बुरा बोलने वालों के खिलाफ कानून बनाने की मांग सही है। सरकार निश्चित रूप से इस दिशा में काम करेगी। लेकिन लोंढे को बचकानी हरकतें नहीं करनी चाहिए। कोई भी भाजपाई कोरटकर की मदद नहीं कर सकता, जो छत्रपति शिवाजी महाराज के खिलाफ अपमानजनक भाषा का प्रयोग कर रहा है। ऐसा सोचना भी ग़लत है। मुख्यमंत्री कार्यालय के बारे में बात करते समय लोंढे को अपनी हैसियत देखने की जरूरत है।
विजय वडेट्टीवार के बयान पर बावनकुले ने कहा, "कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार को भी संघ के बारे में अध्ययन कर बोलने की जरूरत है। वे जो चाहें कहते रहते हैं, भले ही उनके पास संघ के बारे में बात करने का अधिकार न हो। वडेट्टीवार को संघ को समझने में काफी समय लगेगा। कांग्रेस अभी तक अपनी पराजयवादी मानसिकता से बाहर नहीं आ पाई है और संघ के खिलाफ बयान उसी मानसिकता से आते प्रतीत होते हैं। कांग्रेस ने हमेशा जाति और धर्म के आधार पर सत्ता का आनंद लिया है। अब जब लोगों को यह बात पता चल गई है तो उनके पैरों तले रेत खिसक गई है।"

admin
News Admin