Wardha: जंगली जानवरों के हमले से ग्रामीणों में गुस्सा, प्रशासन के खिलाफ नागपुर-अमरावती महामार्ग पर किया प्रदर्शन

वर्धा: जिले में जंगली जानवरों का इंसानो पर हमला लगातार जारी है। लगातार हो रहे इन हमलो को लेकर नागरिकों में गुस्सा है। इसी को लेकर गुरुवार को ग्रामीण सड़कों पर उतर आए। जिसके कारण नागपुर-अमरावती राजमार्ग पर लंबा जाम लग गया। करंजा (घाडगे) के पास हेतीकुंडी कांटे पर हुए इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में नागरिक शामिल हुए। सभी प्रदर्शनकारी कांग्रेस के पूर्व विधायक अमर काले के नेतृत्व में पहुंचे थे। करीब दो घंटे तक चले इस आक्रामक आंदोलन में अमरावती नागपुर हाईवे जाम हो गया और वाहनों की लंबी कतारें नजर आईं।
करंजा (घाडगे) तहसील में वन क्षेत्र से सटे कुछ गांवों में जंगली जानवरों के कारण भय और चिंता का माहौल है। आक्रोशित ग्रामीणों ने प्रशासन से जंगली जानवरों से होने वाले नुकसान को रोकने के उपाय किए जाने चाहिए, किसानों को सोलर फेंसिंग प्रदान की जानी चाहिए, कृषि को दिन में बिजली की आपूर्ति की जानी चाहिए ऐसी मांग की।
पीड़ितों परिवार का करें मदद
करीब दो घंटे तक बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दिया। इस आंदोलन में बड़ी संख्या में किसानों और गांव के नागरिकों ने भाग लिया। प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि निर्दोष नागरिकों की जान लेने वाले हिंसक जानवर के हमले में मारे गए व्यक्ति के परिवार के सदस्यों को 50 लाख रुपये दिए जाएं, और परिवार के एक सदस्य को नौकरी में रखा जाए।
बाघों के हमले से कई परिवार उजड़े
बोर अभयारण्य तालुक के वन क्षेत्र से सटा हुआ है, इस गांव के पास बाघ का आतंक फैल गया है। बाघों के हमले में अब तक कई लोगों की मौत हो चुकी है। जहां कुछ लोग घायल हो गए, जिससे कई लोगों की जान चली गई, कई किसानों के जानवर बाघों के हमले में मारे गए, जिसे वन विभाग ने विधिवत दर्ज किया। बाघों के बढ़ते हमले से नागरिक दहशत में हैं इसलिए मांग जोर पकड़ रही है कि इस घटना में मरने वाले परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए।

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