जहर से हुई दोनों तेंदुओं की मौत, वन विभाग ने एक आरोपी को किया गिरफ्तार
अमरावती: आदिवासी बहुल क्षेत्र मेलघाट में शुरू बाघ परियोजना के सिपाना वन्यजीव प्रमंडल के अंतर्गत सेमाडोह के जंगल में दो तेंदुओं की मौत हो गई थी। जांच में पता चला की दोनों तेंदुओं की मौत जहर से होने की बात सामने आई है। वहीं अब इस मामले में वन विभाग की टीम ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार बकरी मालिक की पहचान राजेश ताईवाडे (40, निवासी सेमाडोह) के रूप में हुई है।
पांच दिन पहले समडोह गांव से एक किलोमीटर की दूरी पर एक नर और मादा तेंदुए एक साथ मरे पाए गए थे। इस मामले में वन विभाग की टीम ने समदोह से एक चालीस वर्षीय बकरी मालिक को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार व्यक्ति की तीन बकरियों को तेंदुए ने मार डाला। वन विभाग की प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ है कि बकरी मालिक ने बदला लेने के लिए जहर का प्रयोग कर 3 चीतों को मार डाला।
ताईवाडे के पास बकरियां हैं जो समडोह वन क्षेत्र में चरती थीं। इसी बीच इसी इलाके में रहने वाले एक नर व मादा तेंदुए ने ताईवाड़े की 3 बकरियों को मार डाला। गुस्से में आकर ताईवाडे ने दो मरी हुई बकरियों पर चूहे मारने की दवा डाल दी। तेंदुआ बकरियों को खाने आया और जहरीला मांस खाने के बाद दोनों तेंदुओं की मौत हो गई। 5 दिन पहले इस घटना के सामने आने के बाद वन विभाग ने जांच शुरू की. चूंकि दोनों मृत तेंदुओं के मुंह से झाग आ रहा था, इसलिए शुरू में पता चला कि यह जहर का प्रयोग था। इस संबंध में जब जांच चल रही थी तो वन विभाग की टीम को पता चला कि ताईवाडे की बकरियां मर चुकी हैं. इसलिए, यह बताया गया कि तेंदुए की मौत के लिए ताईवाडे जिम्मेदार थे।
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