नाना पटोले ने कहा- लम्पी महामारी पीएम मोदी की साजिश, चीतों के साथ नाइजीरिया से लाए; भाजपा ने किया पलटवार

भंडारा: देश सहित महाराष्ट्र में लम्पी महामारी का कहर लगातार जारी है। इसी कारण देश भर में लाखों की संख्या में गए संक्रमित हैं, वहीं हजारो की संख्या में मर भी गई है। महाराष्ट्र के 16 से ज्यादा जिले इस महामारी की चपेट में हैं। यह पता चला है कि गोजातीय जानवर 'ढेलेदार त्वचा रोग' नामक महामारी रोग से पीड़ित हैं। हालांकि, सरकार ने इससे निपटने के लिए रोग निवारण टीकाकरण अभियान युद्धस्तर पर चल रहा है। इससे बीमारी के संक्रमण की दर में कमी आई है। अब महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने गांठदार बीमारी को लेकर अजीबोगरीब दावा किया है। देश में लम्पी महामारी के लिए पटोले ने प्रधानमंत्री मोदी की साजिश करार दिया है। उनका कहना है कि, नाइजीरिया से आए चितो के साथ लम्पी को लाया गया है।
सोमवार को पत्रकारों से बात करते हुए पटोले ने कहा, “लम्पी एक ऐसी बीमारी है जिसकी उत्पत्ति नाइजीरिया में हुई थी। चीतों को भी नाइजीरिया से देश में लाया गया है। चीतों और गायों पर धब्बे समान होते हैं। नाना पटोले ने कहा, मोदी सरकार किसानों को नुकसान पहुंचाने के लिए जानबूझकर भारत में चीतों को लाया है।”
चीते नाइजीरिया से नहीं नामीबिया से आए
वहीं पटोले के इस आरोप पर भाजपा ने पलटवार किया है। बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला ने ट्वीट कर कहा है कि पटोले महाराष्ट्र के राहुल गांधी हैं। वे कहते हैं कि लंपी वायरस नाइजीरिया से आया और इसलिए आया क्योंकि मोदी जी वहां से चीते लेकर आए। अब असल में चीते तो नांबिया से आए थे। क्या इन्हें ये तक नहीं पता कि नाइजीरिया और नामीबिया अलग देश हैं? कांग्रेस ने हमेशा ही ऐसे झूठ फैलाए हैं। कोरोना के समय भी इन्होंने ऐसी फर्जी खबरें चलाई थीं। इन्हीं लोगों ने कोरोना वैक्सीन को लेकर डर पैदा किया था। अब क्या कांग्रेस उन पर एक्शन लेगी?
नामीबिया से भारत के लिए आठ चीते
भारत में चीतों के पुनर्वास के प्रयास चल रहे हैं। सात दशक से भी अधिक समय से देश में विलुप्त हो रही इस विशेष प्रजाति ने वापसी की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर आठ चीतों को भारत लाया गया था। नामीबिया से लाए गए इन चीतों को मध्य प्रदेश के कुनो-पालपुर राष्ट्रीय उद्यान में रखा गया है।

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