नागपुर में एक बार फिर 48 जिंदा कारतूस के साथ 5 पिस्तौल जब्त

नागपुर: चार दिन पहले नागपुर पुलिस ने 9 पिस्तौल और 85 जिंदा कारतूस जब्त किए थे, जिससे यह पता चला था कि नागपुर में बढ़ी मात्रा में हथियारों का आयात हो रहा है। अब इसी मामले में पुलिस ने आगे की जांच के बाद 5 और पिस्तौल और 48 जिंदा कारतूस जब्त करने में सफलता हासिल की है।
राज्य की उपराजधानी नागपुर शहर में पिछले कुछ समय से अपराध फल-फूल रहा है। एक तरफ अपराध बढ़ रहा है तो दूसरी तरफ अपराध का स्वरूप भी बदल रहा है। नागपुर पुलिस की कार्रवाई में अवैध हथियार रैकेट का भंडाफोड़ हुआ।
चार दिन पहले नागपुर के तहसील पुलिस स्टेशन अंतर्गत हुई एक लॉज मालिक की हत्या मामले की जांच करते हुए नागपुर पुलिस ने 9 पिस्तौल और 85 जिंदा कारतूस जब्त किए थे।
25 अक्टूबर को, तहसील पुलिस स्टेशन की सीमा के भीतर मोमिनपुरा इलाके में एक निजी गेस्ट हाउस संचालक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उस मामले की जांच के दौरान पता चला था कि फिरोज खान नाम के अपराधी ने हत्या करने वाले आरोपियों को पिस्तौल और गोलियां मुहैया कराई थीं।
फिरोज खान से पूछताछ के बाद पता चला कि मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले का इमरान आलम नाम का अपराधी नागपुर में बड़े पैमाने पर हथियारों की सप्लाई कर रहा था। तब फिरोज खान और इमरान आलम के दो ठिकानों से 9 पिस्तौल और 84 कारतूस जब्त किये गये थे। अब इसी मामले में इमरान आलम से पूछताछ के बाद पुलिस ने 5 और पिस्टल और 48 कारतूस जब्त करने में सफलता हासिल की है।
दो साल से चल रहा है धंधा
गिरफ्तार आरोपी आपराधिक पृष्ठभूमि से हैं और फिरोज खान के खिलाफ नागपुर और इमरान आलम के खिलाफ बेलाघाट में मामला दर्ज किया गया है। फिरोज खान और इमरान आलम दो साल से संपर्क में हैं।
इस दौरान पुलिस को शक हुआ कि वह कई पिस्तौलों की बिक्री में शामिल था। पुलिस ने जब आरोपी का मोबाइल फोन जब्त किया तो पुलिस को अनुमान था कि इससे कई गोपनीय जानकारियां सामने आ सकती हैं।
जैसे-जैसे इस मामले में जांच आगे बढ़ी, पुलिस को फिर से 5 और पिस्तौल और 48 जिंदा कारतूस जब्त करने में सफलता मिली। नागपुर पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि इस कार्रवाई से नागपुर के आपराधिक जगत को और कितने हथियार मुहैया कराए गए हैं।
यह भी पढ़ें:
मोमिनपुरा होटल व्यवसायी हत्या मामला; छिंदवाड़ा का हथियार सप्लायर गिरफ्तार, पुलिस ने जब्त की 9 पिस्तौल और 84 कारतूस

admin
News Admin