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Gondia

Gondia: मृत व्यक्ति के नाम पर निकाले 72 लाख रुपये, जिला परिषद अध्यक्ष की शिकायत पर मामला दर्ज


गोंदिया: गोंदिया जिला परिषद के निर्माण विभाग में बड़ा घोटाला सामने आया है। जहां मृत व्यक्ति के नाम पर विभाग से 72 लाख रूपये निकाल लिए। इस संबंध में स्वयं जिला परिषद के अध्यक्ष पंकज राहंगडाले ने जिला परिषद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को गोपनीय शिकायत की थी, लेकिन एक महीना बीत जाने के बाद जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो पुलिस में दोषी अधिकारीयों और ठेकेदार के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया।  

क्या है पूरा मामला?

जिला परिषद के निर्माण विभाग के तहत गोंदिया शहर में बग्गा की फर्म को आठ लाख रुपये के विद्युतीकरण के 9 कार्य सौंपे गये। उसमें भरनोली उपकेंद्र खोबा, मेंधा उपकेंद्र खेड़ा पार, डोंगरगांव डिपो, धापेवाड़ा, जशीनगर, कार्ति में लेबर टेंडर स्वीकृत किए गए। इसमें गोंदिया के पीए बग्गा ठेकेदार व प्रदायक ने भरनोली स्थित उपकेन्द्र के लिए 7 लाख 15 हजार रुपये के कार्य का टेंडर जमा किया। 0.11 प्रतिशत की कम दर पर टेंडर जमा होने पर निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्रियों ने बग्गा फर्म के निदेशकों को 4 मार्च 2022 को मुख्य कार्यकारी अधिकारी के कार्यालय में बातचीत के लिए बुलाया। 

दिलचस्प बात यह है कि बग्गा फर्म के निदेशक प्रीतपालसिंह अमोलकसिंह बग्गा की मृत्यु 3 मार्च 2021 को हो गई थी। गोंदिया नगर परिषद के जन्म और मृत्यु विभाग में 3 मार्च 2021 को दर्ज की गई है और इस संबंध में बग्गा परिवार को 17 अगस्त 2022 को मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया गया है। 22 मार्च को जब जिला परिषद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को उनके नाम से टेंडर कराने के लिए बुलाया गया तो इस मौके पर मृतक कैसे आया यह सवाल उठाया जा रहा है।

एक ठेकेदार को केवल चार काम खास बात यह है कि नियमानुसार एक निविदा में एक फर्म को तीन से अधिक कार्य नहीं दिये जा सकते हैं। हालांकि सवाल यह भी उठता है कि बग्गा की फर्म को 13 में से 9 काम कैसे दिए गए। इसलिए सवाल उठता है कि क्या इसमें वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हैं और खुद जिला परिषद अध्यक्ष पंकज राहंगडाले ने इस संबंध में गोपनीय शिकायत की थी और जांच की मांग की थी।

दोषियों के खिलाफ मामला होगा दर्ज

इस संबंध में जब हमने जिला परिषद निर्माण विभाग से पूछताछ की तो निर्माण विभाग के प्रभारी कार्यपालन यंत्री सुमित बेलपतरे ने हमारे प्रतिनिधि को मौखिक रूप से बताया कि हमारी ओर से कोई शिकायत नहीं आई है। वहीं शीतल पुंड ने कहा कि, "अपर मुख्य कार्यपालन अधिकारी इस संबंध में जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करेंगे, वहीं निर्माण विभाग के अध्यक्ष संजय संजय टेभरें ने कहा कि इस संबंध में जांच कराकर मैं स्वयं अध्यक्ष के रूप में निर्माण विभाग के अधिकारी दोषी अधिकारी के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करेंगे।