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Nagpur

DU के पूर्व प्रोफ़ेसर डॉ. साईबाबा सहित अन्य सभी जेल से हुए रिहा, हाईकोर्ट ने नक्सली कनेक्शन में किया था बरी


नागपुर: नक्सलियों के साथ संबंध मामले में बरी होने के बाद आज गुरुवार को दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफ़ेसर डॉ. साईबाबा को नागपुर सेन्ट्रल जेल से रिहा कर दिया गया। साईबाबा के साथ हेम मिश्रा, महेश तिर्की, विजय तिर्की, नारायण सांगलीकर, प्रशांत राही को जेल से छोड़ा गया। पूर्व प्रोफ़ेसर के परिजन उन्हें लेने के लिए सेन्ट्रल जेल पहुंचे थे।

ज्ञात हो कि, प्रो साईबाबा को मई 2014 में नक्सलियों के साथ कथित संबंध के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. गिरफ्तारी से पहले वो दिल्ली यूनिवर्सिटी में अंग्रेजी पढ़ाते थे। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्र हेम मिश्रा की गिरफ्तारी के बाद साई बाबा पर शिकंजा कसा गया था। नक्सलियों से संबंध के मामले में प्रोफ़ेसर साईबाबा को दोषी ठहराया गया था और आजीवन कारावास की सजा सुनाई  गई थी। जिसके बाद उन्होंने हाई कोर्ट में अपील दायर की थी। इस पर इसी सप्ताह मंगलवार को नागपुर में हाईकोर्ट ने अपना फैसला सुनाया। हाई कोर्ट ने प्रोफ़ेसर साईबाबा कोआरोपों से  बरी कर दिया है। 

हाईकोर्ट के आदेश के बाद प्रोफ़ेसर साईबाबा की नागपुर जेल से रिहाई का रास्ता साफ हो गया था, लेकिन जेल का सर्वर डाउन होने की वजह मंगलवार को हाईकोर्ट का आदेश जेल के अधिकारीयों को नहीं मिल सका था, जबकि हाईकोर्ट के आदेश की हार्ड कॉपी भी उस दिन जमा नहीं की गई थी। बाद में आदेश की कॉपी मिलने पर गुरुवार को प्रोफ़ेसर साईबाबा को जेल से रिहा किया गया। इस दौरान साईबाबा के परिजन भी उनके साथ थे।  वैसे जब प्रोफ़ेसर साईबाबा बाहर आये तो मीडिया ने उनसे बात करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने कहा कि मेरी तबियत ठीक नहीं है, इसलिए मैं अभी बात करने की हालत में नहीं हूं।

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