समृद्धि महामार्ग पर दुर्घटनाएं रोकने के लिए वाहनों में लगाए जाएंगे 'लेन- सेपरेशन स्टीकर'
नागपुर: समृद्धि एक्सप्रेस-वे पर दुर्घटनाओं को रोकने के लिए अब आरटीओ वाहनों में 'लेन- सेपरेशन स्टीकर' लगाने का अभियान शुरू कर रहा है. इस स्टीकर में लेन में चलने के नियमों की जानकारी ड्राइवर के लिए लिखी होगी.
इस एक्सप्रेस-वे पर ऐसे कई कारण सामने आए जो अन्य दूसरे मार्गों से बिल्कुल अलग थे. नागपुर से मुंबई को जोड़ने वाले समृद्धि में ओवर हाईस्पीड, कारों के टायर कमजोर होना, ड्राइविंग हिप्नोटिज्म के कारण सामने आए तो आरटीओ की ओर से इस संदर्भ में एक्शन लिया गया. अध्ययन में पाया गया कि एक्सप्रेस-वे में चलने वाले वाहन चालकों को किस लेन में चलना और किसे लेन से ओवरटेक करना आदि की जानकारी भी नहीं है और यह भी दुर्घटनाओं का बड़ा कारण है.
आरटीओ की ओर से 'लेन' अवेयरनेस का निर्णय लिया गया. मोटरवाहन निरीक्षक राहुल चौधरी ने बताया कि दुर्घटनाओं के कारणों में ड्राइवर की स्ट्रेस, नींद और लेन- इंडिसिप्लाइन भी शामिल है. अगर इसे ठीक कर लिया गया तो दुर्घटनाओं पर काफी नियंत्रण लाया जा सकता है.
200 मीटर का अंतराल रखने का निर्देश
दो कारों के बीच में कम से कम 200 मीटर का अंतराल रखने का निर्देश भी वाहन चालकों को दिया जा रहा है. मोटरवाहन निरिक्षण राहुल चौधरी ने बताया कि हालांकि समृद्धि में यह अंतराल भी कम है क्योंकि कारों की स्पीड ही 120 किमी प्रति घंटे की होती है लेकिन इतना अंतराल तो होना ही चाहिए.
उन्होंने बताया कि समृद्धि में प्रवेश करने वाले वाहनों पर पासिंग गाड़ी में लेन-सेपरेशन का स्टीकर लगाया जाएगा. इसके पहले वाहनों पर रिफ्लेक्टर स्टीकर भी लगाने की मुहिम चलाई गई थी, क्योंकि जो दुर्घटनाएं हो रही थीं उसमें देखा गया कि खड़ी गाड़ियों में रिफ्लेक्टर नहीं होने के चलते रात के अंधेरे में वह नजर नहीं आए और दूसरा वाहन उससे जा भिड़ा. रिफ्लेक्टर लगने से दूर से ही वाहन नजर आ जाता है. उन्होंने बताया कि लेन-सेपरेशन स्टीकर लगाने का कार्य निरंतर चलता रहेगा इसकी कोई सीमित अवधि नहीं होगी.
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