logo_banner
Breaking
  • ⁕ नागपुर में अवैध लिंग निर्धारण रैकेट का भंडाफोड़, दो डॉक्टरों पर कार्रवाई; सोनोग्राफी सेंटर सील, मनपा का अब तक का सबसे बड़ा स्टिंग ⁕
  • ⁕ BJP वार्ड अध्यक्ष सचिन साहू की दिनदहाड़े चाकू से गोदकर हत्या, शहर में मचा हड़कंप; पुलिस जांच में जुटी ⁕
  • ⁕ "सवाल करने पर गालियां दी जाती हैं, बेज्जती और मारा जाता है", परिवार से रिश्ता समाप्त करने पर रोहणी यादव का बड़ा आरोप ⁕
  • ⁕ Wardha: नकली नोट बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश; पुलिस और एलसीबी ने की कार्रवाई ⁕
  • ⁕ Nagpur: मौज मस्ती करते ओयो में मिला कुख्यात वाहन चोर, क्राइम ब्रांच के वाहन चोरी विरोधी दस्ते की कार्रवाई ⁕
  • ⁕ उपराजधानी नागपुर के तापमान में गिरावट का सिलसिला जारी, गुरुवार को न्यूनतम तापमान 12.5 डिग्री सेल्सियस हुआ दर्ज ⁕
  • ⁕ Amravati: विवाह समारोह में स्टेज पर दूल्हे पर चाकू से जानलेवा हमला, आरोपी अकोला से गिरफ्तार ⁕
  • ⁕ Akola: बालापुर नगर परिषद चुनाव सुरक्षा सतर्कता! पुलिस और महसूल विभाग ने शुरू किया संयुक्त जांच अभियान ⁕
  • ⁕ Gondia: जिले में धान क्रय केंद्र शुरू नहीं होने से किसान चिंतित, किसानों ने जल्द से जल्द खरीदी केंद्र शुरू करने की मांग ⁕
  • ⁕ जीरो माइल मेट्रो टनल परियोजना: उच्च न्यायालय ने लिया स्वत: संज्ञान, अदालत ने महा मेट्रो से अनुमतियों और सुरक्षा मानकों की मांगी जानकारी ⁕
Nagpur

108th Science Congress: आयोजन में 24 करोड़ से ज्यादा खर्च, आरटीआई से सामने आई जानकारी


नागपुर: पिछले साल उपराजधानी को 108वीं भारतीय विज्ञान कांग्रेस की मेजबानी मिली थी. राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय ने इस कार्यक्रम का प्रबंधन किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय विज्ञान कांग्रेस का वर्चुअल उद्घाटन किया। इस आयोजन के एक साल बाद बड़ी जानकारी सामने आई है, जिसके तहत पांच दिन के कार्यक्रम के लिए विश्वविद्यालय की तरफ से 24 करोड़ 27 लाख रुपये खर्च किये गए। सूचना के आधार पर यह जानकारी सामने आई है। 

बीते साल तीन जनवरी से सात जनवरी के बीच साइंस कांग्रेस का आयोजन राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज विश्वविद्यालय के महात्मा ज्योतिबा फूले परिसर में किया गया था। पांच दिन चलने वाली बैठक को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल माध्यम से इसका उद्घाटन किया था। आम तौर पर साइंस कांग्रेस का आयोजन देश में विज्ञान के नए खोजो और नागरिकों को उनकी जानकारी देना है। इसमें देश भर के तमाम वैज्ञानिक और विज्ञान के जानकार शामिल होते हैं। 

नागपुर शहर के लिए विज्ञान कांग्रेस एक बड़ा आयोजन था। आखिरी बार 1976 में 61वें नागपुर में इसका आयोजन किया गया था। 47 साल बाद नागपुर में किसका आयोजन किया जाने वाला था। इसको लेकर राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय ने बड़ी तैयारी की थी। विज्ञान कांग्रेस के विभिन्न सेगमेंट के लिए महात्मा ज्योतिबा फूले परिसर में भव्य पंडाल बनाएं गए थे। इसी के साथ कार्यक्रम में आने वाले मेहमनों के लिए अच्छी व्यवस्था की गई थी। 

आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार, पांच दिन के आयोजन में करीब 24, 27, 39,132 रूपये खर्च हुए। जिसमें पांच करोड़ राज्य और 6,16,55,525 रूपये आवंटित किये थे। वहीं बची हुई राशि विश्वविद्यालय द्वारा वहन किया गया। विश्वविद्यालय द्वारा बैठक में इतनी बड़ी राशि खर्च किये जाने की जानकारी सामने आने के बाद चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। सवाल किया जा रहा है कि, आखिर इतनी राशि खर्च कहाँ की गई।