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आदिवासी गोवारी समाज की भूख हड़ताल समाप्त, उपमुख्यमंत्री फडनवीस के दिए आश्वासन के बाद निर्णय


नागपुर: उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ हुई बैठक और मौजूदा अध्यादेश में संशोधन के आश्वासन के बाद आदिवासी गोवारी समाज ने बीते 17 दोनो से जारी भूख हड़ताल समाप्त कर दी। पूर्व राज्यमंत्री परिणय फूके ने हड़ताल पर बैठे लोगों को जूस पिलाकर आंदोलन आंदोलन समाप्त कराया। हालांकि, इस दौरान समाज ने छह महीने के अंदर संशोधन करने का समय दिया। एसा नही करने पर फिर से सड़क पर उतरने की चेतावनी दी।

ज्ञात हो कि, आदिवासी गोंड गोवारी समाज ने अनुसूचित जनजाति का लाभ पाने के लिए तीन युवकों ने अनशन शुरू किया है। 26 जनवरी से नागपुर के संविधान चौक पर अनिश्चितकालीन आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं। इसी आंदोलन को देखते हुए 5 फरवरी को गोंड गोवारी प्रदर्शनकारियों ने रास्ता रोको आंदोलन किया था। संविधान चौक से लेकर झांसीरानी चौक तक यह आंदोलन किया गया। सड़क बंद होने के कारण शहर की यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई थी। इस आंदोलन से आम नागरिकों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा था। 

हाईकोर्ट जज की अध्यक्ष्ता में कमिटी का गठन 

बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया कि राज्य में गोंड गोवारी समुदाय को पूर्वव्यापी रियायतें प्रदान करने के लिए 24 अप्रैल 1985 के सरकारी अध्यादेश में संशोधन किया जाएगा। इसके लिए हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त जज की अध्यक्षता में एक कमेटी बनेगी। यह कमेटी 3 महीने में सरकार को रिपोर्ट देगी। साथ ही गोंड गोवारी जाति प्रमाण पत्र प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को अनुसूचित जनजाति की सभी सुविधाएं देने का आश्वासन भी दिया गय।