डबल का लालच देकर कारोबारियों से लिए डेढ़ करोड़, फिर गोली मार की हत्या; लाश को नदी में फेंका
नागपुर: जिले से गुरुवार को एक बेहद चौकाने वाली घटना सामने आई है। जहां डबल का लालच देकर दो कारोबारियों से डेढ़ करोड़ रूपये फिर दोनों की गोली मार कर हत्या कर दी। इसके बाद आरोपियों ने पेट्रोल डालकर दोनों के शवों को जला दिया। वहीं अर्धजली लाश को वर्धा नदी में फेंक दिया। मृतकों की पहचान एचबी टाउन निवासी निराला कुमार सिंह (43) और अम्ब्रीश देवदत्त गोले (40) है।
वहीं पुलिस ने जांच करते हुए कुछ ही घंटो में इस हत्याकांड में शामिल पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं गिरफ्तार आरोपियों की पहचान ओंकार महेंद्र तलमले (25, स्मृति लेआउट), हर्ष आनंदीलाल वर्मा (22, वाडी), दानेश दुर्गाप्रसाद शिवपेठ (21, गोधनी) लकी संजय तुर्केल (22, मरियम नगर) हर्ष सौदागर बागड़े (19, दत्तवाडी) निवासी के रूप में हुई है। फ़िलहाल एक का शव मिल चूका है, वहीं दूसरे की खोज जारी है।
शहर के सीताबर्डी और सोनेगाँव थानों में उनके लापता होने का मामला दर्ज था.मामले की जांच के दौरान यह घटना सामने आई. पुलिस ने इस मामले में 5 आरोपियों को भी हिरासत में लिया है, आरोपियों ने व्यापारियों को डेढ़ करोड़ रुपये पक्के में देने के बदले में 2 करोड़ 80 लाख रुपये कैश देने का झांसा दिया था. अंबरीश का शव तलेगांव पुलिस को मिल चुका है, जबकि निराला की लाश खोजने में प्रशासन जुटा है. अंबरीश सिविल कांट्रैक्टर थे, जबकि निराला होलसेल कपड़ों का व्यवसाय करते थे.
बता दे कि लकी तुर्केल के खिलाफ कई गंभीर मामले दर्ज है. उसके पिता संजय तुर्केल का कोंढाली में फार्महाउस है. निराला और अंबरीश अच्छे दोस्त थे. कुछ दिन पहले दोनों ओमकार तलमले के संपर्क में आए. ओमकार के परिवार का एंटीक आर्ट बनाने का कारखाना है. उसने निराला को बताया कि वह अपने कच्चे पैसे को पक्का करना चाहता है. यदि वो उन्हें 1.50 करोड़ रुपये का डीडी देंगे तो इसके बदले उन्हें 2.80 करोड़ रुपये कैश मिलेंगे. निराला और अंबरीश ने सोचा कि व्यवसायिक लेन-देन में पैसा खप जाएगा लिहाजा दोनों तब इस लेन-देन के लिए तैयार हो गए. मंगलवार की दोपहर दोनों सीताबर्डी के सिविल लाइन्स के चिटणीस सेंटर में स्थित एक कैफे हाउस में पहूंचे. कुछ देर बाद ओमकार अपने एक साथी के साथ वहां आ आया. चारों कार में सवार होकर कोंढाली स्थित तुर्केल के फार्म हाउस में पहूंचे.
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आरोपियों ने पहले ही पूरी प्लानिंग कर रखी थी. निराला और अंबरीश से डेड करोड़ रुपये की डीडी लेने के बाद आरोपियों ने दोनों को गोली मार दी. बताया जाता है कि करीब 10 राउंड फायर किए गए. दोनों की हत्या करने के बाद आरोपियों ने अपनी कार से पेट्रोल निकाला और फार्महाउस परिसर में दोनों पर पेट्रोल डालकर जला दिया हालांकि उतने ही समय में तेज बारिश शुरू हो गयी जिसके बाद अधजली लॉशों को रैप कर कार में डालकर तलेगांव परिसर में गए,यहां वर्धा नदी के पुल से शव नीचे फेंक दिए. वहीं अंबरीश और निराला के गायब होने से परिजन चिंतित थे. दोनों के फोन बंद थे. निराला के परिजनों कि उनसे आखरी बार बात तब हुई थी जब वो चिटणीस सेंटर में थे. इसीलिए उनके परिवार वालों ने सीताबर्डी पुलिस स्टेशन में जबकि अंबरीश के परिजनों ने सोनेगांव पुलिस स्टेशन में शिकायत की. सीताबर्डी पुलिस को जांच के दौरान निराला की ओमकार से बात होने का पता चला जांच में ओमकार के पुणे में होने का पता चला. बाद में एक-एक कर सीताबर्डी पुलिस ने पांच आरोपियों को हिरासत में लिया जिसके बाद पुलिस की सख्ती से की गई पुछताछ में आरोपी ही पुलिस को तलेगांव परिसर में ले गए. तलेगांव पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से अंबरीश का शव खोज निकाला, लेकिन निराला का शव नहीं मिला है. इस मामले में और भी आरोपियों के बढ़ने की आशंका व्यक्त की जा रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार दोनों के शव को नदी में फेंकने के बाद आरोपी नागपुर वापिस आ गए. ओमकार ने निराला द्वारा दी गई डीडी अपनी गर्लफ्रेंड के खाते में जमा करवा दी और सीधे पुणे भाग गया. ओमकार ने काफी पैसा अय्याशी और जुआ में उड़ा दिया था. इस वजह से उसपर काफी कर्ज हो गया था. उसी ने अन्य आरोपियों के साथ मिलकर इतना बड़ा षडयंत्र रचा. कोंढाली पुलिस ने हत्या और सबूत नष्ट करने का मामला दर्ज किया है. सीताबर्डी पुलिस ने सभी आरोपियों को कोंढाली पुलिस के हवाले कर दिया है।इस मामले में आगे को जांच अब कोंढाली पुलिस कर रही है।
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