logo_banner
Breaking
  • ⁕ नागपुर में अवैध लिंग निर्धारण रैकेट का भंडाफोड़, दो डॉक्टरों पर कार्रवाई; सोनोग्राफी सेंटर सील, मनपा का अब तक का सबसे बड़ा स्टिंग ⁕
  • ⁕ BJP वार्ड अध्यक्ष सचिन साहू की दिनदहाड़े चाकू से गोदकर हत्या, शहर में मचा हड़कंप; पुलिस जांच में जुटी ⁕
  • ⁕ "सवाल करने पर गालियां दी जाती हैं, बेज्जती और मारा जाता है", परिवार से रिश्ता समाप्त करने पर रोहणी यादव का बड़ा आरोप ⁕
  • ⁕ Wardha: नकली नोट बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश; पुलिस और एलसीबी ने की कार्रवाई ⁕
  • ⁕ Nagpur: मौज मस्ती करते ओयो में मिला कुख्यात वाहन चोर, क्राइम ब्रांच के वाहन चोरी विरोधी दस्ते की कार्रवाई ⁕
  • ⁕ उपराजधानी नागपुर के तापमान में गिरावट का सिलसिला जारी, गुरुवार को न्यूनतम तापमान 12.5 डिग्री सेल्सियस हुआ दर्ज ⁕
  • ⁕ Amravati: विवाह समारोह में स्टेज पर दूल्हे पर चाकू से जानलेवा हमला, आरोपी अकोला से गिरफ्तार ⁕
  • ⁕ Akola: बालापुर नगर परिषद चुनाव सुरक्षा सतर्कता! पुलिस और महसूल विभाग ने शुरू किया संयुक्त जांच अभियान ⁕
  • ⁕ Gondia: जिले में धान क्रय केंद्र शुरू नहीं होने से किसान चिंतित, किसानों ने जल्द से जल्द खरीदी केंद्र शुरू करने की मांग ⁕
  • ⁕ जीरो माइल मेट्रो टनल परियोजना: उच्च न्यायालय ने लिया स्वत: संज्ञान, अदालत ने महा मेट्रो से अनुमतियों और सुरक्षा मानकों की मांगी जानकारी ⁕
Nagpur

नागपुर के इतिहास में पहली बार एक दिन में दो व्यक्तियों ने किया अंगदान


नागपुर: शहर में पिछले 24 घंटे में दो लोगों द्वारा अंगदान किया गया जिसके चलते चार अन्य को जीवनदान मिला है. एक अंगदाता ने लिवर दान किया। वहीं, दूसरे दानदाता ने लीवर और किडनी दोनों दान कर चार लोगों को नया जीवन दिया है।

पहले दानदाता कमलकांत गोड (60) एक निजी व्यवसायी थे। अस्वस्थता के कारण न्यू एरा हॉस्पिटल में उन्हें भर्ती कराया गया। तीन दिन के उपचार के बाद डॉकटरों ने ब्रेन डेड घोषित कर दिया। इसके बाद न्यू एरा हॉस्पिटल की समन्वयक डॉ अश्विनी चौधरी और पल्लवी जावड़े ने परिजनों को अंगदान के बारे में सलाह दी। जिसके बाद गोड के परिवार ने अंगदान के लिए सहमति दी। अंगदाता कमलकांत गोड का लिवर एक 49 वर्षीय पुरुष को, एक किडनी 62 वर्षीय पुरुष और दूसरी किडनी 46 वर्षीय महिला को दान की गई।     

दूसरे अंगदाता बिजनेस टीचर मदन प्रसाद शर्मा (66) थे। अस्वस्थता के कारण उन्हें किंग्सवे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 24 घंटे तक उनका इलाज किया गया। इलाज के दौरान उन पर कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई जिसके बाद मस्तिष्क में गंभीर रक्तस्राव होने के चलते उन्हें भी ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया।

इसके बाद किंग्सवे हॉस्पिटल की समन्वयक शालिनी पाटिल ने परिजनों को अंगदान के बारे में परामर्श दिया। परिवार ने उनका लिवर दान करने की सहमति दे दी। जिसके बाद विभागीय प्रत्यारोपण समिति ने प्रतीक्षा सूची की जाँच कर अंग का वितरण किया। मदन प्रसाद शर्मा का लिवर न्यू एरा हॉस्पिटल में एक 39 वर्षीय पुरुष को दान किया गया। जिसके चलते उन्हें नया जीवन मिला।