Gondia: न्यायधीश से बहस करना वकील को पड़ा भारी, अदालत से सुनाई पांच दिन की सजा
गोंदिया: जिला कोर्ट में एक मामले की सुनवाई के दौरान एक वकील ने सीधे जज से बहस कर ली. वकील और जज के बीच तीखी नोकझोंक के बाद जज ने वकील को अदालत की अवमानना के लिए पांच दिन की कैद और 80 हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई. यह घटना सोमवार को दोपहर के आसपास गोंदिया जिला न्यायालय में हुई। दोषी वकील का नाम पराग तिवारी (उम्र 50 वर्ष) है।
जुर्माना देने से इनकार करने पर तिवारी को जेल भेज दिया गया है. मिली जानकारी के मुताबिक जज अभिजीत कुलकर्णी के सामने एक मामले की सुनवाई हो रही थी. इस बीच पक्षकार के वकील पराग तिवारी को कोर्ट पहुंचने में देर हो गयी. इसे यहीं से ले लो. कुलकर्णी ने सीधे तौर पर पार्टी को सलाह बदलने की सलाह दी. इस पर तिवारी ने आपत्ति जताई।
इसे यहीं से ले लो. कुलकर्णी और तिवारी के बीच नोकझोंक हुई. इस मामले में, 80 रुपये का भुगतान न करने पर तिवारी को 5 दिनों के कठोर कारावास की सजा सुनाई गई। तिवारी ने बिना जुर्माना चुकाए सजा स्वीकार कर ली. इसके चलते गोंदिया पुलिस ने तिवारी को हिरासत में लिया और जेल भेज दिया.
बार काउंसिल शिकायत करेगी
गोंदिया बार काउंसिल ने गोंदिया की घटना पर विरोध जताया है. नागपुर बार काउंसिल के पूर्व अध्यक्ष एडवोकेट कमल सत्तुजा द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, गोंदिया जिले की संरक्षकता वाली बॉम्बे हाई कोर्ट की नागपुर पीठ के न्यायाधीश एम चंदवानी से संबंधित घटना के संबंध में शिकायत की जाएगी। यह वकीलों के साथ अन्याय है और अनुरोध है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उपाय करें। इस संबंध में तिरोरा बार एसोसिएशन ने भी सर्कुलर निकालकर अपना विरोध जताया है.
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