शीतकालीन अधिवेशन-चाय पार्टी के बहिष्कार पर सरकार का विपक्ष पर वार सीएम बोले अब रखनी पड़ेगी सुपारी-पान पार्टी
नागपुर: गुरुवार से राज्य का शीतकालीन अधिवेशन शुरू होने वाला है.. नागपुर में मौसम शुष्क है लेकिन राजनीतिक पारा चढ़ चुका है.. अधिवेशन की पूर्व संध्या पर सत्तापक्ष द्वारा चाय पानी पार्टी के आयोजन की परम्परा है लेकिन इस परम्परा के साथ इस पार्टी के बहिष्कार की विपक्ष की भी परंपरा बन चुकी है...सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अधिवेशन के दौरान अख्तियार की जाने वाली अपनी भूमिका को सार्वजनिक किया। विरोधी पक्ष नेता विजय वड्डेटीवार ने सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए है.. इनका दोनों उपमुख्यमंत्री और राज्य के मुख्यमंत्री ने जवाब दिया और विपक्ष को नसीहत भी दी.. विपक्ष के आरोपों पर सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा की विपक्षी नेताओ को मुँह खोलने से सीखना पड़ेगा की वह अपने गिरेबान में देख ले.. सीएम ने चाय पार्टी पर विपक्ष के बहिस्कार पर कहा की अब उनके लिए हमें सुपारी पान की व्यवस्था बनाई पड़ेगी.
विपक्ष ने सरकार को राज्य के क्राइम रेट को लेकर भी घेरा जिसे लेकर उपमुख्यमंत्री और गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने जवाब दिया। फडणवीस ने अपना पक्ष रखते हुए आपराधिक रिपोर्ट प्रस्तुत करने वाली संस्था एनसीआरबी की रिपोर्ट कैसे पढ़ी जाये इसकी सीख लेने की सलाह दी..
वही राज्य के वित्त मंत्री और राज्य के दूसरे उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने विपक्ष द्वारा राज्य की आर्थिक स्थिति को लेकर उठाये गए सवालो के जवाब दिए... पवार ने आर्थिक निष्कर्षो के आधार पर महाराष्ट्र के नियोजन को बेहतर करार दिया।
अपने प्रेस में दोनों मुख्यमंत्री और मुख्यमंत्री विपक्ष पर हमलावर दिखाई दिए.. सीएम ने विपक्ष को कॉन्फिडेंस खो चुका विपक्ष करार दिया। उन्होंने विपक्ष की प्रेस में नेताओं के सोने को लेकर व्यंगात्मक चुटकी ली...प्रेस कॉन्फ्रेंस में तीनो नेताओं ने विपक्ष द्वारा सरकार को लिखे गए पत्र का भी जिक्र किया। इस पत्र में विदर्भ और मराठवाड़ा के मुद्दों के गायब होने का भी जिक्र किया गया..सरकार की ओर से कहा गया की वह विदर्भ, मराठवाड़ा और किसानो के प्रश्नों को न्याय दिए जाने की हामी दी है.
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