logo_banner
Breaking
  • ⁕ 2 दिसंबर को होगी स्थानीय निकाय चुनाव के लिए वोटिंग, 10 दिसंबर को जारी होगा रिजल्ट, राज्य चुनाव आयोग ने की घोषणा ⁕
  • ⁕ गरीब बिजली उपभोक्ताओं को 25 साल तक मिलेगी मुफ्त बिजली, राज्य सरकार की स्मार्ट योजना के लिए महावितरण की पहल ⁕
  • ⁕ उद्धव ठाकरे और चंद्रशेखर बावनकुले में जुबानी जंग; भाजपा नेता का सवाल, कहा - ठाकरे को सिर्फ हिंदू ही क्यों नजर आते हैं दोहरे मतदाता ⁕
  • ⁕ ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 1 करोड़ 8 लाख की ठगी, साइबर पुलिस थाने में मामला दर्ज ⁕
  • ⁕ Amravati: दरियापुर-मुर्तिजापुर मार्ग पर भीषण दुर्घटना, तेज गति से आ रही कार की टक्कर में दो लोगों की मौके पर ही मौत ⁕
  • ⁕ Kamptee: रनाला के शहीद नगर में दो माह के भीतर एक ही घर में दूसरी चोरी, चोर नकदी व चांदी के जेवरात लेकर फरार ⁕
  • ⁕ Yavatmal: भाई ने की शराबी भाई की हत्या, भतीजा भी हुआ गिरफ्तार, पैनगंगा नदी के किनारे मिला था शव ⁕
  • ⁕ जिला कलेक्टरों को जिला व्यापार में सुधार के लिए दिए जाएंगे अतिरिक्त अधिकार ⁕
  • ⁕ Amravati: अमरावती जिले में नौ महीनों में 60 नाबालिग कुंवारी माताओं की डिलीवरी ⁕
  • ⁕ विश्व विजेता बनी भारतीय महिला क्रिकेट टीम, वर्ल्ड कप फाइनल में साउथ अफ्रीका को हराया ⁕
Nagpur

आवारा कुत्तों पर नकेल कसने में नाकाम महानगर पालिका, हाईकोर्ट ने मनपा के 23 अफसरों को भेजा नोटिस


नागपुर: नागपुर में आवारा कुत्तों का आतंक रोकने में मनपा अफसर नाकाम साबित हुए हैं। इसी मामले में बॉम्बे हाईकोर्ट की नागपुर पीठ ने सख्ती दिखाते हुए मनपा के 23 अधिकारियों को नोटिस जारी किया है। कोर्ट ने अधिकारियों से साफ पूछा है कि कार्रवाई क्यों न की जाए। अब सभी अधिकारियों को 9 सितंबर तक अपना जवाब दाखिल करना होगा।

दरअसल, आवारा कुत्तों को लेकर हाईकोर्ट ने पहले ही 2002 और फिर 2022 में आदेश जारी किए थे। इन आदेशों में कुत्तों को पकड़ने, उन्हें खाना खिलाने पर रोक लगाने और मालिकों को घरों में पालतू जानवरों को नियंत्रित रखने के निर्देश दिए गए थे। लेकिन, इन आदेशों को दरकिनार कर दिया गया। नतीजा ये हुआ कि शहर में आवारा कुत्तों का उपद्रव बढ़ता गया।

इसी मुद्दे पर जनहित याचिका दाखिल की गई थी, जिस पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने नाराज़गी जताई और कहा कि अब सिर्फ सुझाव नहीं, बल्कि जिम्मेदार अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी। मनपा की ओर से जो सूची कोर्ट को सौंपी गई है, उसमें अतिरिक्त आयुक्त, पशु चिकित्सा अधिकारी और 10 ज़ोन के सहायक आयुक्तों सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों के नाम शामिल हैं।

यही नहीं, कोर्ट ने इस मामले में पुलिस अधिकारियों की सूची भी मांगी थी, जिस पर पुलिस कमिश्नर ने बताया कि संबंधित अधिकारियों को भी नोटिस जारी कर दिया गया है। अब देखना होगा कि 23 अफसर कोर्ट में क्या जवाब देते हैं और आवारा कुत्तों से परेशान शहर को कब तक राहत मिल पाती है।