चाँद की रोशनी में जंगल के जानवरों के दीदार करना चाहते है तो ख़ुशख़बर,आज ही कराये रजिस्ट्रेशन

नागपुर/अकोला- करण्यासाठी बुद्ध पूर्णिमा के मौके पर चाँद की रोशनी के बीच जंगली जानवरों की गणना की जायेगी। यह आम पर्यटकों के लिए एक अच्छा मौका रहेगा जब वह चांदनी रात में जंगली जानवरों का दीदार कर सकते है.बस इसके लिए उन्हें पहले से रजिस्ट्रेशन करवाना होगा और उसका शुल्क चुकाना होगा।यह व्यवस्था वन विभाग के माध्यम से की जायेगी।अलग-अलग जंगलों के लिए अलग-अलग शुल्क निर्धारित किया गया है.ताडोबा व्याघ्र प्रकल्प में अगर आप जानवरों का दीदार करना चाहते है तो इसके लिए आप को 4500 रुपए का शुल्क अदा करना होगा।
पांच मई को यह जनगणना होगी। मेलघाट व्याघ्र प्रकल्प में "निसर्ग अनुभव" यह उपक्रम चलाया जायेगा। इस जंगल में 165 मचान बनाई गयी है जिसके माध्यम से जनगणना की जाएगी।इसके लिए ऑनलाईन रजिस्ट्रेशन की शुरुवात 28 अप्रैल से शुरू हो गयी है.हर वर्ष देश भर में बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर प्राणियों की गणना की जाती है.इस बार वीआईपी लोगों के लिए मेलघाट में 25 मचान बनाई गयी है.
विश्व भर में जंगल सफ़ारी के प्रसिद्ध ताड़ोबा व्याघ्र प्रकल्प में भी इसी तरह की व्यवस्था की गयी है.यहाँ उपक्रम को "मचान स्टे" नाम दिया गया है.ताडोबा बफ़र ज़ोन में 50 स्थानों पर मचान की व्यवस्था रहेगी।पहली बार इसके लिए ऑनलाईन रजिस्ट्रेशन करवाया जा रहा है.अगर आप ताडोबा के जंगल में चांदनी रात में बाघ या जंगली जानवर का दीदार करना चाहते है तो 4500 रूपए इसकी फ़ीस रखी गयी है.एक मचान में दो पर्यटक और एक गाईड को रखा जायेगा।

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