पास पेंच टाइगर रिजर्व में शुरू हुई जंगल सफारी, 21 अक्टूबर से शुरू होगा ऑनलाइन बुकिंग
नागपुर: विदर्भ में जंगल सफारी शुरू हो गयी है. नागपुर शहर के पास पेंच टाइगर रिजर्व में ऑफलाइन सफारी की शुरुवात हो चुकी है जबकि 21 अक्टूबर से ऑनलाइन बुकिंग भी शुरू कर दी जायेगी। इस वर्ष से पेंच में सफारी के लिए आने वाले पर्यटकों के लिए कई तरह की सुविधाओं को शुरू किया गया है. अब पेंच में सफारी के लिए आने वाले महिला पर्यटकों के समूह को गाइड से लेकर अन्य सुविधाओं के तहत महिला कर्मचारि उपलब्ध कराई जायेंगी।
टाइगर कैपिटल नागपुर के नजदीक मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र की सीमा से जुड़ा पेंच टाइगर रिजर्व पर्यटकों के लिए खास आकर्षण का केंद्र रहता है.. वन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक बीते वर्ष लगभग 84 हजार पर्यटक पेंच टाइगर रिजर्व में पहुंचे। इस वर्ष इस आंकड़े को वन विभाग एक लाख तक ले जाने का लक्ष्य सुनिश्चित किया है. जिसके तहत कई तरह की सुविधाओं को नए सिरे से शुरू किया गया है.
खास तौर से महिला पर्यटकों के लिए सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है.. टाइगर सफारी के लिए नागरिक समूह में आना पसंद करते है. अब महिलाओं का समूह भी सफारी को पसंद कर रहा है. ऐसी महिला पर्यटकों के लिए पेंच के कुछ एंट्री गेट में महिला गाइड की व्यवस्था की गयी है. पेंच व्याघ्र प्रकल्प के उपसंचालक डॉ प्रभुनाथ शुक्ल ने बताया की इस व्यवस्था का विस्तार किया जा रहा है और महिला गाइडो की संख्या को बढ़ाने के ही साथ कर्मचारियों की संख्या भी बढ़ाई जा रही है.
पेंच में पर्यटन के लिए कुछ मार्ग पर्यटकों द्वारा खासे पसंद किये जा रहे है लेकिन वन विभाग की कोशिश है की सभी मार्गो को प्रसिद्ध किया जाये। इसके साथ कई अन्य नए मार्गो को तलाश कर खोले जाने का भी प्लान शुरू है. इसके साथ ही वन क्षेत्र में कार्बन उत्सर्जन को कम किये जाने का भी प्रयास शुरू है. यहाँ ताडोबा की ही तरह सफारी के लिए इलेक्ट्रिक गाड़ियों को चलाये जाने का प्रयास किया जा रहा है.
जंगल सफारी और बाघों के दीदार के लिए विदर्भ के जंगलो की ख्याति वैश्विक स्तर पर है. पेंच नागपुर के करीब है इसलिए यहाँ पर्यटकों के पहुंचने में आसानी होती है. करीब 41 बाघ है जो आकर्षण है लेकिन वन विभाग अपने अलग अलग उपक्रमों के माध्यम से जंगल की खूबसूरती से पर्यटकों को जोड़ना चाहता है.
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