जानें तूफ़ान और बिजली गिरने को लेकर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न व उनके उत्तर
नागपुर: पिछले कई दिनों से भारतीय और क्षेत्रीय मौसम विभाग लगातर कई राज्यों के लिए मानसून से संबंधित अलर्ट जारी कर रहा है. मौसम विभाग द्वारा जारी इन चेतावनियों में कई बार “कड़क के साथ बिजली, गरज के साथ बिजली”, इस प्रकार की चेतावनियों के बारे में आपने पढ़ा और सुना होगा। किंतु कई बार लोगों को इसका अर्थ समझ में नहीं आता. लोग अधिकतर इन चेतावनियों को केवल वर्षा से जोड़ कर देखते हैं। इससे लोगों के मन में प्रश्न रहता है कि आखिर बिजली गिरने कड़कने से हमें क्या खतरे हो सकते हैं और इससे संबंधित चेतावनियों को हम ठीक से कैसे समझें।
तो आइए जानते हैं तूफ़ान और बिजली गिरने से जुड़े कुछ सामान्य प्रश्नों के उत्तर:
प्रश्न: तूफ़ान क्या है?
उत्तर: विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्ल्यूएमओ) के अनुसार, “तूफान एक या अधिक अचानक हुआ इलेक्ट्रिक डिस्चार्ज है, जो आकाश में प्रकाश की चमक (बिजली) और तेज या गड़गड़ाहट की आवाज से प्रकट होता है। दूसरी ओर आंधी आमतौर पर गंभीर मौसम से जुड़ी होती है।
प्रश्न: तूफ़ान को हम कितनी दूर से सुन सकते हैं?
उत्तर: तूफान की श्रव्यता आमतौर पर लगभग 20 किमी होती है यानी अगर यह आपके आसपास 20 किमी की दूरी तक होती है तो आप गड़गड़ाहट सुन सकते हैं। कभी-कभी इसे 40 किमी दूर तक भी सुना जा सकता है।
प्रश्न: क्या बिजली हर तूफान से जुड़ी होती है?
उत्तर: हाँ, गड़गड़ाहट केवल एक तेज ध्वनि है, जो बादल में या बादल और जमीन के बीच विभिन्न इलेक्ट्रिक डिस्चार्ज की प्रक्रिया से उत्पन्न होता है। जो प्रकाश की तीव्र चकाचौंध भी उत्पन्न करता है। इसका एक सामान्य उदाहरण घरेलू बिजली के तारों में शॉर्ट सर्किट के दौरान देखा जा सकता है।
प्रश्न: हमारे स्थान पर तूफ़ान आ रहा है, इसकी पहचान कैसे करें?
उत्तर: क्या आने वाले तूफ़ान के साथ मौसम में कुछ बदलाव जुड़े हुए हैं?
1. आपकी ओर ठंडी हवा का झोंका।
2. आकाश में विशाल भूरे-काले लम्बे बेलनाकार, फूलगोभी जैसे बादलों का दिखना।
3. आकाश में बादल और बिजली गिरने से उत्पन्न गड़गड़ाहट की ध्वनि।
4. आपकी गर्दन के पीछे खड़े बाल इस बात का संकेत दे सकते हैं कि बिजली आपके बहुत करीब आने वाली है।
प्रश्न: आकाशीय बिजली कितनी खतरनाक है?
उत्तर: आकाशीय बिजली हमारे लिए बेहद खतरनाक है क्योंकि इसमें 100 मिलियन से 1 बिलियन वोल्ट तक की शक्ति हो सकती है। इसमें अरबों वाट बिजली और भारी मात्रा में गर्मी (35,000 डिग्री फ़ारेनहाइट से अधिक) होती है जो धातु को पिघला सकती है और रेत को कांच में बदल सकती है। इसलिए यह हमारे लिए बेहद खतरनाक और घातक है।
बिजली गिरने से हर साल दुनिया भर में सैकड़ों लोगों की मौत हो जाती है। भारत में भी, भारतीय राष्ट्रीय अपराध ब्यूरो की रिपोर्ट के अनुसार यह हर साल 2500 से अधिक लोगों की जान ले लेती है।
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