logo_banner
Breaking
  • ⁕ देश के मोस्ट वांटेड, एक करोड़ रुपये के इनामी खूंखार माओवादी कमांडर माडवी हिडमा का हुआ एनकाउंटर ⁕
  • ⁕ मुख्यमंत्री माझी लड़की बहिण योजना की ई-केवाईसी पूरी करने की समय सीमा 31 दिसंबर 2025 तक बढ़ी ⁕
  • ⁕ Bhandara: राकांपा विधायक राजू कारेमोरे की पत्नी और पूर्व सांसद मधुकर कुकड़े तुमसर में बागी उम्मीदवार की रैली में हुए शामिल ⁕
  • ⁕ Ramtek: बगावत के कारण भाजपा और शिंदेसेना के अधिकृत उम्मीदवारों की सीट फंसी ⁕
  • ⁕ Akola: अकोला नगर पालिका के वार्डों में नए आरक्षण परिवर्तन की घोषणा, मनपा आयुक्त ने दी परिवर्तन की जानकारी ⁕
  • ⁕ मनपा की ई-मोबिलिटी सेवा को मिली बड़ी मजबूती, नागपुर की ‘आपली बस’ फ्लीट में शामिल हुईं नई 29 पीएम ई-बसें ⁕
  • ⁕ विदर्भ में निकाय चुनाव में जबरदस्त उत्साह, हर जिले में रिकॉर्ड संख्या में मैदान में उम्मीदवार ⁕
  • ⁕ Chandrapur: चंद्रपुर में बगावत के बाद फिर भाजपा में ब्रिजभूषण पाझारे, निलंबन रद्द कर पुनः पार्टी में किया गया शामिल ⁕
  • ⁕ Gondia: जिले में धान क्रय केंद्र शुरू नहीं होने से किसान चिंतित, किसानों ने जल्द से जल्द खरीदी केंद्र शुरू करने की मांग ⁕
  • ⁕ जीरो माइल मेट्रो टनल परियोजना: उच्च न्यायालय ने लिया स्वत: संज्ञान, अदालत ने महा मेट्रो से अनुमतियों और सुरक्षा मानकों की मांगी जानकारी ⁕
Nagpur

कुनबी को मिला तेली और माली समाज का साथ, मराठा को ओबीसी में आरक्षण देने का किया विरोध 


नागपुर: मराठा समाज ने ओबीसी में आरक्षण देने की मांग की है। इस मांग के बाद लगातार ओबीसी कैटेगरी में शामिल जातियां विरोध कर रही हैं। कुनबी महासंघ ने इस मांग को लेकर नागपुर के संविधान चौक पर तीन दिनों से आंदोलन कर रही है। कुनबी समाज के इस आंदोलन को तेली और माली समाज का भी समर्थन मिल गया है। तेली समाज ने प्रेस वार्ता कर कुनबी समाज के शुरू आंदोलन को समर्थन देते हुए मराठा को कुनबी का जाती प्रमाणपत्र देने का विरोध किया है।

मंगलवार को सर्वदलीय तेली समाज की बैठक सिविलाइंस स्थित जवाहर विद्यार्थी गृह में हुई। इस दौरान सर्वसम्मति से तीन प्रस्ताव पारित किये गए। जिसमें मराठा समुदाय को ओबीसी के आरक्षण से आरक्षण नहीं दिया जाना चाहिए। दूसरा बिहार की तर्ज पर ओबीसी समुदाय की जातिवार जनगणना करायी जाये और तीसरा संविधान चौक नागपुर में कुनबी ओबीसी समाज की सभी शाखाओं के चल रहे आंदोलन को अपना समर्थन शामिल रहा। बैठक के बाद समाज के नेता संविधान चौक पहुंचे और समर्थन की चिट्ठी सौंपी।