नागपुर में हुई कम वोटिंग; आरोप-प्रत्यारोप शुरू, मामला कोर्ट तक ले जाने की बात

नागपुर: नागपुर में मतदाता सूची में गड़बड़ी का मामला अब कोर्ट तक पहुंचने जा रहा है. बीजेपी इस मामले में कोर्ट में याचिका दायर करने की तैयारी में जुट गई है. स्थानीय बीजेपी ने आरोप लगाया है कि नागपुर में हजारों आम मतदाताओं के नाम साजिश के तहत वोटर लिस्ट से हटा दिए गए हैं.
लोकसभा चुनाव के पहले चरण में नागपुर में मतदान हुआ. हालांकि, इस चरण में वोटिंग प्रतिशत गिरने से राजनीतिक दल चिंतित हैं. नागपुर में कम मतदान और इसके लिए मतदाता सूचियों में गड़बड़ी को जिम्मेदार मानते हुए आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है.
प्रशासन ने इस साल नागपुर में मतदान प्रतिशत 75 प्रतिशत तक बढ़ाने का दावा किया था. लेकिन असल में नागपुर में सिर्फ 54 फीसदी वोटिंग ही हो सकी. इसके बाद बीजेपी समेत कई पार्टियों ने कम वोटिंग के लिए वोटर लिस्ट में गड़बड़ी को जिम्मेदार ठहराया था. वहीं मतदाता सूची में लगातार हो रहे सुधार को लेकर प्रशासन रक्षात्मक रुख अपना रहा है. इसका कारण नागरिकों की उदासीनता बताया गया है.
प्रशासन पर आरोप
नागपुर में कम मतदान और मतदाता सूची में गड़बड़ी का ठीकरा प्रशासन पर फोड़ा जा रहा है. दावा किया जा रहा है कि यह सब चुनाव निर्णय अधिकारी की वजह से हुआ है. बीजेपी शहर अध्यक्ष बंटी कुकड़े ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. कुकड़े ने कहा कि नागपुर लोकसभा क्षेत्र में करीब 2 लाख घरों के मतदाताओं के नाम गायब हैं. प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में लगभग 20 हजार नागरिक मतदान से वंचित रह गए.
देखें वीडियो:

admin
News Admin