LIT का ऑटोनॉमस होने का रास्ता साफ़, विधानसभा से प्रस्ताव हुआ हुआ पास
नागपुर: लक्ष्मी नारायण इंसीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (Laxminarayan Institute of Technology) ऑटोनॉमस हो गया है। बुधवार को विधानसभा ने संस्थान से संबंधित प्रस्ताव को अपनी मंजूरी दे दी है। अध्यक्ष राहुल नार्वेकर (Rahul Narvekar) ने ध्वनिमत से प्रस्ताव को पास किया। जिसके बाद कॉलेज के ऑटोनॉमस होने का रास्ता साफ़ हो गया है। विधानसभा के पहले यूजीसी इस प्रस्ताव को अपनी मंजूरी दे चूका है।
ज्ञात हो कि, बीते कई वर्षो से एलआईटी को ऑटोनॉमस करने की मांग की जा रही थी। जिसके मद्देनजर 2022 में उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एलआईटी को स्वायत्तता देने की बात कही थी। 2023 के राज्य बजट में फडणवीस ने इसकी घोषणा करते हुए कॉलेज के विकास के लिए 100 करोड़ रूपये का आवंटन भी किया।
बुधवार को राज्य शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने विधानसभा में कॉलेज को स्वायत्तता देने सम्बंधित प्रस्ताव पेश किया। विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने विधेयक क्रमांक 38 पर चर्चा कर ध्वनि मत से इस विधेयक को सर्वसम्मति से पारित कर दिया। इसके बाद पाटिल ने एलआईटी ऑटोनोमस का दर्जा दिए जाने की घोषणा की।
LIT आरटीएम नागपुर विश्वविद्यालय के ए+ ग्रेड संस्थानों में से एक है। लेकिन प्रशासन और राज्य सरकार की उपेक्षा के कारण वह लगातार पिछड़ता जा रहा था। हालांकि, इसके बावजूद संस्थान लगातार स्वायत्तता या डीम्ड यूनिवर्सिटी का दर्जा पाने के लिए प्रयास कर रहा था। जो आज विधानसभा में विधेयक के पास होने के साथ ही हो गया।
विदर्भ का पहला ऑटोनॉमस विश्वविद्यालय
एलआईटी विदर्भ का पहला एकात्मक सार्वजनिक विश्वविद्यालय (ऑटोनॉमस) बन गया है। इसी के साथ अब संस्थान की विश्वविद्यालय पर निर्भरता पूरी तरह समाप्त हो गई है। वह अब बिना अपना स्वयं का पाठ्यक्रम तैयार कर सकता है, परीक्षा आयोजित कर सकता है और परिणाम घोषित कर सकता है। हालांकि, डिग्रियां देने का काम नागपुर विश्वविद्यालय करेगा।
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