logo_banner
Breaking
  • ⁕ नागपुर में अवैध लिंग निर्धारण रैकेट का भंडाफोड़, दो डॉक्टरों पर कार्रवाई; सोनोग्राफी सेंटर सील, मनपा का अब तक का सबसे बड़ा स्टिंग ⁕
  • ⁕ BJP वार्ड अध्यक्ष सचिन साहू की दिनदहाड़े चाकू से गोदकर हत्या, शहर में मचा हड़कंप; पुलिस जांच में जुटी ⁕
  • ⁕ "सवाल करने पर गालियां दी जाती हैं, बेज्जती और मारा जाता है", परिवार से रिश्ता समाप्त करने पर रोहणी यादव का बड़ा आरोप ⁕
  • ⁕ Wardha: नकली नोट बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश; पुलिस और एलसीबी ने की कार्रवाई ⁕
  • ⁕ Nagpur: मौज मस्ती करते ओयो में मिला कुख्यात वाहन चोर, क्राइम ब्रांच के वाहन चोरी विरोधी दस्ते की कार्रवाई ⁕
  • ⁕ उपराजधानी नागपुर के तापमान में गिरावट का सिलसिला जारी, गुरुवार को न्यूनतम तापमान 12.5 डिग्री सेल्सियस हुआ दर्ज ⁕
  • ⁕ Amravati: विवाह समारोह में स्टेज पर दूल्हे पर चाकू से जानलेवा हमला, आरोपी अकोला से गिरफ्तार ⁕
  • ⁕ Akola: बालापुर नगर परिषद चुनाव सुरक्षा सतर्कता! पुलिस और महसूल विभाग ने शुरू किया संयुक्त जांच अभियान ⁕
  • ⁕ Gondia: जिले में धान क्रय केंद्र शुरू नहीं होने से किसान चिंतित, किसानों ने जल्द से जल्द खरीदी केंद्र शुरू करने की मांग ⁕
  • ⁕ जीरो माइल मेट्रो टनल परियोजना: उच्च न्यायालय ने लिया स्वत: संज्ञान, अदालत ने महा मेट्रो से अनुमतियों और सुरक्षा मानकों की मांगी जानकारी ⁕
Nagpur

मराठा आरक्षण से राज्य परिवहन निगम को करोड़ो का नुकसान, आधे रास्ते से लौट रही बसें


नागपुर: मराठा आंदोलन के हिंसक प्रदर्शनों के बाद से लगातार एसटी बसों को निशाना बनाया जा रहा है। पक्षिम महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में कई बसों में आगज़नी और तोड़ फोड़ की घटनायें सामने आने के बाद नागपुर से चलने वाली एसटी बसो पर अस्थायी रोक लगा दी गई जबकि कुछ बसों को बीच रास्ते से वापस लौटना पड़ रहा है।

मराठा आंदोलन का असर गत चार दिन से नागपुर से मराठवाड़ा क्षेत्र जाने वाली बसों पर देखने को मिल रहा है। 28 से 30 अक्टूबर तक 10 हजार किमी से ज्यादा की फेरियां प्रभावित हुई थी.

नागपुर से पंढरपुर के लिए 2 बसें भेजी थी, लेकिन इन बसों को पुसद से वापस बुलाने के कारण 970 किमी बस कम चली. इसी तरह अंबेजोगाई के लिए भेजी 2 बसें दारव्हा से वापस आने के कारण 614 किमी कम चली। सोलापुर के लिए फेरियां भेजी गई थी, जो 667 किमी आगे न जाते हुए उमरखेड से वापस आ गई।

संभाजीनगर के लिए गई 2 बसें अकोला से वापस बुलाने से 519 किमी का सफर अधूरा छोड़ आईं। पुणे के लिए भेजी 4 बसों को चिखली से वापस लाना पड़ा है, जिसके कारण 15 सौ किमी से ज्यादा का सफर नहीं कर सकीं।