logo_banner
Breaking
  • ⁕ एंटी नक्सल अभियान और खुखार नक्सली हिड़मा के एनकाउंटर से बैकफुट पर माओवादी, महाराष्ट्र-मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों को लिखी चिट्ठी ⁕
  • ⁕ Yavatmal: नागपुर से दोपहिया वाहन चोर गिरफ्तार, एक लाख रुपये से अधिक कीमत की तीन चोरी की गाड़ियां जब्त ⁕
  • ⁕ Akola: नगर निगम चुनाव के लिए प्रचार ने पकड़ा जोर; बड़े नेताओं की रैलियों की तैयारी ⁕
  • ⁕ Gadchiroli: फुलनार में महज 24 घंटे में बनकर तैयार हुई पुलिस चौकी, सी-60 जवानों के साथ पुलिस अधिकारियों ने बंटाया हाथ ⁕
  • ⁕ दिग्गज अभिनेता, बॉलीवुड के ‘ही-मैन’ धर्मेंद्र का निधन, सोमवार सुबह ली अंतिम सांस ⁕
  • ⁕ Buldhana: वंचित के महापौर पद के उम्मीदवार का अपहरण, अजित पवार गुट पर लगाया गया आरोप, जिले में मची हलचल ⁕
  • ⁕ Nagpur: डेकोरेशन गोदाम में लगी भीषण आग, मानकापुर के बगदादी नगर की घटना; लाखों का सामान जलकर खाक ⁕
  • ⁕ Nagpur: खापरखेडा के बीना संगम घाट पर चाकूबाजी; एक की मौत, एक घायल ⁕
  • ⁕ NMC Election 2025: निष्क्रिय नेताओं और नगरसेवको को नहीं मिलेगा टिकट, भाजपा नए चेहरों को देगी मौका ⁕
  • ⁕ विविध मांगो को लेकर आपली बस कर्मचारियों की हड़ताल, स्कूली बच्चों और नागरिकों की बढ़ी मुश्किलें ⁕
Nagpur

जनसंख्या असंतुलन पर मोहन भागवत ने जताई चिंता, कहा- आज भी दुनिया में बन रहे नए देश, इसकी न हो अनदेखी


नागपुर: संघ प्रमुख मोहन भागवत ने बुधवार को विजयदशमी के मौके पर संघ सेवकों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने देश की बढ़ती जनसँख्या सहित सिमा क्षेत्र और एक समुदाय की बढ़ती आबादी पर हो रहे जनसँख्या पर असंतुलन चिंता जताई है। इसी के साथ उन्होंने लगातार हो रहे घुसपैठ पर भी चिंता जताई है। नागपुर के रेशम बाग में आयोजित सभा में संघ प्रमुख ने कहा, दुनिया में जनसंख्या असंतुलन के कारण आज भी नए देश बन रहे हैं। जिसकी अनदेखी नहीं की जानी चाहिए।"

संघ प्रमुख ने कहा, "हमें आजाद हुए 75 साल हो गये हैं। हमने पुराने अनुभव किया है देख भी रह रहे हैं कि, 21वीं सदी में हमने तीन नए देश ईस्ट तिमारो, दक्षिण सूडान और कोसोवा को बनते हैं। ये सभी जनसंख्या असंतुलन के कारण बने देश हैं। जब-जब किसी देश में जनसांख्यिकी असंतुलन होता है तब-तब उस देश की भौगोलिक सीमाओं में भी परिवर्तन आता है।"

जबरदस्ती धर्मानान्तरण को लेकर संघ प्रमुख ने, "जन्मदर में असमानता के साथ साथ लोभ, लालच, जबरदस्ती से होने वाले धर्मान्तरण के साथ-साथ देश में हुई घुसपैठ भी बड़े कारण है। इन सबका विचार करना पड़ेगा।" भगवत ने आगे कहा, जनसंख्या नियंत्रण के साथ-साथ पांथिक आधार पर जनसंख्या संतुलन भी महत्व का विषय है, जिसकी अनदेखी नहीं की जा सकती।"