logo_banner
Breaking
  • ⁕ देश के मोस्ट वांटेड, एक करोड़ रुपये के इनामी खूंखार माओवादी कमांडर माडवी हिडमा का हुआ एनकाउंटर ⁕
  • ⁕ मुख्यमंत्री माझी लड़की बहिण योजना की ई-केवाईसी पूरी करने की समय सीमा 31 दिसंबर 2025 तक बढ़ी ⁕
  • ⁕ Bhandara: राकांपा विधायक राजू कारेमोरे की पत्नी और पूर्व सांसद मधुकर कुकड़े तुमसर में बागी उम्मीदवार की रैली में हुए शामिल ⁕
  • ⁕ Ramtek: बगावत के कारण भाजपा और शिंदेसेना के अधिकृत उम्मीदवारों की सीट फंसी ⁕
  • ⁕ Akola: अकोला नगर पालिका के वार्डों में नए आरक्षण परिवर्तन की घोषणा, मनपा आयुक्त ने दी परिवर्तन की जानकारी ⁕
  • ⁕ मनपा की ई-मोबिलिटी सेवा को मिली बड़ी मजबूती, नागपुर की ‘आपली बस’ फ्लीट में शामिल हुईं नई 29 पीएम ई-बसें ⁕
  • ⁕ विदर्भ में निकाय चुनाव में जबरदस्त उत्साह, हर जिले में रिकॉर्ड संख्या में मैदान में उम्मीदवार ⁕
  • ⁕ Chandrapur: चंद्रपुर में बगावत के बाद फिर भाजपा में ब्रिजभूषण पाझारे, निलंबन रद्द कर पुनः पार्टी में किया गया शामिल ⁕
  • ⁕ Gondia: जिले में धान क्रय केंद्र शुरू नहीं होने से किसान चिंतित, किसानों ने जल्द से जल्द खरीदी केंद्र शुरू करने की मांग ⁕
  • ⁕ जीरो माइल मेट्रो टनल परियोजना: उच्च न्यायालय ने लिया स्वत: संज्ञान, अदालत ने महा मेट्रो से अनुमतियों और सुरक्षा मानकों की मांगी जानकारी ⁕
Nagpur

पांच सौ से अधिक कैदियों ने ‘वीडियो कॉल’ से साधा परिजनों से संवाद


नागपुर: राज्य भर की विभिन्न जेलों में बंद विदेशी कैदियों को उनके परिवारों से बातचीत करने के लिए 'वीडियो कॉलिंग' की सुविधा उपलब्ध कराई गई थी। पुणे जेल विभाग ने बताया कि अब तक राज्य में 500 से अधिक कैदियों ने इस सुविधा का लाभ उठाया है।

इटली, इंडोनेशिया, दक्षिण अफ्रीका, जर्मनी, इंग्लैंड, मलेशिया, श्रीलंका, नाइजीरिया, बांग्लादेश, केन्या, कोलंबिया, ईरान, इराक, ग्रीस, गिनी, घाना, ब्राजील, थाईलैंड, युगांडा, पाकिस्तान, नेपाल के कैदी देश भर की विभिन्न जेलों में बंद हैं। राज्य को दंडित किया जा रहा है।

देश भर के कैदियों को अपने रिश्तेदारों से मिलने या फोन पर बात करने की सुविधा थी। हालाँकि, एक बार जब किसी विदेशी कैदी को जेल में बंद कर दिया जाता है, तो रिश्तेदारों या परिवार से उसका संपर्क टूट जाता है। इससे उनमें नकारात्मकता पैदा होती है। इसका असर उनके व्यवहार में दिखता है।

इस मामले का संज्ञान लेते हुए पुलिस महानिदेशक अमिताभ गुप्ता ने पिछले जुलाई से विदेशी कैदियों के लिए यह सुविधा उपलब्ध करा दी है। अब तक 500 से अधिक परिवारों से संवाद किया।