2027-28 में साढ़े तीन लाख करोड़ की होगी नागपुर की अर्थव्यवस्था, IIM Nagpur ने डिस्ट्रिक स्ट्रैटेजिक प्लान किया तैयार
नागपुर: आयआयएम नागपुर ने नागपुर जिले के लिए डिस्ट्रिक स्ट्रैटेजिक प्लान तैयार किया है. यह प्लान जिले में निवेश को बढाकर आर्थिक गतिविधियों में तेजी लाने के लिए बनाया गया है. इस प्लान में आर्थिक विकास में जिले की कमजोरी और मजबूत दोनों पक्षों को उजागर किया है. यह रिपोर्ट बताती है की राज्य की अर्थव्यवस्था में नागपुर की हिस्सेदारी पांच फीसदी की है. मौजूदा दौर में नागपुर की जीडीडीपी एक लाख 53 हजार करोड़ की है जिसे वर्ष 2027-28 तक 3 लाख 50 हजार करोड़ तक कैसे ले जाया जा सकता है. इसका रास्ता यह रिपोर्ट बताती है.
केंद्र सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था को वित्तीय वर्ष 2027-28 तक पांच ट्रिलियन तक ले जाने का लक्ष्य सुनिश्चित किया है. इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए देश के अलग-अलग राज्यों को अपनी-अपनी अर्थव्यवस्था को विकसित करने के लिए लक्ष्य सुनिश्चित किया है. महाराष्ट्र औद्योगिक दृष्टि से देश के प्रमुख राज्यों में से है इसलिए केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र के लिए 1 ट्रिलियन इकोनॉमी बनने का लक्ष्य दिया है.
इसी लक्ष्य को हासिल करने के लिए राज्य सरकार ने हर जिले के लिए स्ट्रैटेजिक प्लान तैयार करने का निर्णय लिया है. नागपुर के लिए डिस्ट्रिक्ट स्ट्रैटेजिक प्लान इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट किया है. यह रिपोर्ट कहती है की राज्य की अर्थव्यवस्था में नागपुर को अपनी हिस्सेदारी के आंकड़े को पूरा करने के लिए ग्रॉस डिस्ट्रिक डोमेस्टिक प्रोडक्ट जो एक लाख 53 हजार करोड़ है उसे 3 लाख 50 हजार के पर ले जाना पड़ेगा।
आयआयएम द्वारा तैयार किये गए डिस्ट्रिक्ट स्ट्रैटेजिक प्लान को हालही में नागपुर की जिला नियोजन समिति की बैठक में भी प्रस्तुत किया गया था. इस रिपोर्ट में नागपुर में अर्थव्यवस्था के विकास में बाधा बन रही बांतो के साथ फायदेमंद साबित होने वाले मुद्दों को भी रेखांकित किया गया है. यह रिपोर्ट बताती है की लॉजिस्टिक,इंफ्रास्ट्रक्चर,कृषि,आयटी,मैन्युफेक्चरिंफ क्षेत्र में निवेश को बढाकर जिले की अर्थव्यवस्था को तेजी से विकसित किया जा सकता है. यह रिपोर्ट यह भी बताती है की शिक्षा के बाद रोजगार के लिए पलायन करने वाले युवाओं को रोकना भी बेहद जरूरी है.. साथ ही देश के केंद्र में होने का पूरा फायदा लिए जाने की जरुरत है.
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इस रिपोर्ट में यह माना गया है की पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स जिसके नागपुर शुरू होने की चर्चा है वो अगर समय रहते शुरू हो जाता है तो इससे जिले की अर्थव्यवस्था में व्यापक उछाल आ जायेगा। यह अकेला प्रोजेक्ट मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को बूस्ट कर देगा। नागपुर के जिलाधिकारी ने बताया की यह रिपोर्ट कमियों को दूर कर फ़ायदे के लिए उठाये जाने वाले कदम की राह दिखाती है. जल्द ही इस रिपोर्ट को राज्य सरकार के पास भेजा जायेगा। नागपुर जिले के स्ट्रैटेजिक प्लान के प्रेजेंटेशन को देखने के बाद पालक मंत्री और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने जल्द इसे मान्यता दिए जाने की जानकारी दी.
भारतीय अर्थव्यवस्था के बारे में कहा जाता है की इसमें 1 रूपए का निवेश साढ़े तीन बार घूमता है. यानी एक रूपए का निवेश अर्थव्यवस्था में साढ़े तीन रूपए बढ़ता है. नागपुर में बीते कुछ वर्षो में कई क्षेत्रों में निवेश के लिए बेहतर ईको सिस्टम तैयार हुआ है. लेकिन जरूरी निवेश का आना है. अगर प्लान के साथ इस पर काम किया जाये तो संभव है सफलता मिले।
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