Nagpur: निर्माण कार्य मजदूर के अंगदान से एक को मिला जीवनदान
नागपुर: उदारता और करुणा का एक हृदयस्पर्शी कार्य करते हुए, 41 वर्षीय निर्माण मजदूर राकेश बरसागडे का परिवार, उनके मृत घोषित होने के बाद उनके अंगों को दान करने के लिए सहमत हो गया।
3 नवंबर को बरसागडे एक निर्माण स्थल पर कार्य करते वक्त संतुलन बिगड़ गया और वे दूसरी मंजिल से नीचे गिर गए जिससे उनके सिर पर गंभीर चोटें आईं। सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (जीएमसीएच) ट्रॉमा सेंटर में उनके कई परीक्षण और उपचार हुए। तमाम कोशिशों के बावजूद मेडिकल टीम 4 नवंबर को तीव्र मस्तिष्क रक्तस्राव को नहीं रोक सकी।
इसके बाद जीएमसीएच ट्रॉमा सेंटर की मेडिकल टीम डॉ. अविनाश गवांडे, डॉ. सोमा चाम, डॉ. श्रीकांत कालबागवार और डॉ. प्रणाली गुरुकर ने बरसागडे को ब्रेन डेड घोषित कर दिया। डॉक्टरों ने बरसागड़े के परिवार से बातचीत की और उनकी पत्नी और माँ ने अंग दान के लिए सहमति दे दी। जिसके बाद उक्त डॉक्टरों की टीम ने अंग दान की प्रक्रिया शुरू की।
राकेश बरसागडे के लिवर न्यू एरा अस्पताल में एक 64 वर्षीय पुरुष को और एक जोड़ी कॉर्निया जीएमसी आई बैंक में दान की गई।
जीएमसी स्टाफ ने डोनर शव को आलोक बुद्धविहार, जूना बगड़गंज, उनके घर तक वापस ले जाने के लिए एक मुफ्त एम्बुलेंस सेवा भी प्रदान की। यह जीएमसीएच ट्रॉमा यूनिट से 7वां अंग दान और नागपुर में वर्ष का 27वां मृत दाता है।
ZTCC नागपुर के माध्यम से 2013 के बाद से यह 122वां मृतक अंगदान है।
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