रविकांत तुपकर ने सरकार को दी चेतावनी, कहा -मांगें पूरी नहीं होने पर 23 अगस्त को मुख्यमंत्री के बंगले पर होगा विरोध प्रदर्शन

नागपुर: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही सभी राजनीतिक दलों के नेता दौरे पर हैं. इन दौरों के जरिए नेता क्षेत्र और पार्टी संगठन की समीक्षा कर चुनावी रणनीति बनाने का काम शुरू कर रहे हैं. इसमें सत्ता पक्ष के नेताओं और विपक्षी दल के नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैं. इस बीच किसान नेता रविकांत तुपकर ने राज्य में सोयाबीन और कपास की कीमत में बढ़ोतरी पर आंदोलन की चेतावनी देते हुए राज्य सरकार से इस संबंध में अपनी स्थिति स्पष्ट करने की मांग की है.
रविकांत तुपकर ने 23 अगस्त को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के वर्षा आवास पर विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी है। तुपकर ने कहा, “अगर राज्य सरकार हमारी मांगें नहीं मानती है, तो हम 23 अगस्त को मुख्यमंत्री के वर्षा बंगले में प्रवेश करेंगे और वर्षा बंगले पर मुख्यमंत्री के सामने किसानों की आत्महत्या का उनके सामने प्रदर्शन करेंगे।”
तुपकर ने कहा, “महाराष्ट्र में सोयाबीन उत्पादक और कपास उत्पादक मौत के दरवाजे पर हैं। हमारी सरकार से मांग है कि राज्य सरकार चुनाव से पहले सोयाबीन और कपास के अगले भाव को लेकर फैसला ले।”
रविकांत तुपकर ने कहा, “सोयाबीन के लिए 9 हजार और कपास के लिए 12 हजार रुपए किसानों का कर्ज माफ किया जाए, फसल बीमा की राशि किसानों के खाते में डाली जाए। हम राज्य सरकार को दो से तीन दिन का समय दे रहे हैं, जिसमें मोसम्बी और संतरे के बागानों के नुकसान का पंचनामा कर मुआवजा दिया जाए, साथ ही धान की फसल पर 2000 रुपए का बोनस देने भी दिया जाए।”

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