यशवंत स्टेडियम का होगा स्ट्रक्चरल ऑडिट, 600 करोड़ रुपए किए जाएंगे खर्च
नागपुर: नागपुर शहर के सबसे पुराने स्टेडियम का स्ट्रक्चरल ऑडिट किया जायेगा। नागपुर महानगर पालिका ने यशवंत स्टेडियम का वीएनआयटी के माध्यम से स्ट्रक्चरल ऑडिट कराये जाने का निर्णय लिया है। करीब 50 साल पुराना यह स्टेडियम शहर में खेलों और सांस्कृतिक आयोजन का सबसे बड़ा केंद्र है। पुराना होने की वजह से लगातार इसकी सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं।
50 वर्ष से अधिक पुराना
50 वर्ष से अधिक पुराने हो चुके यशवंत स्टेडियम का नागपुर महानगर पालिका द्वारा स्ट्रक्चरल ऑडिट कराया जायेगा। इसके लिए व्हीएनआयटी की मदत ली जाएगी। नागपुर महानगर पालिका के मुताबिक यह निर्णय स्टेडियम की सुरक्षा जाँच के दृष्टिकोण से लिए गया है।
खास बात यह है कि शहर के बीचो-बीच बना यह स्टेडियम लंबे समय तक सांस्कृतिक कार्यक्रमों और खेलों के आयोजनों का प्रमुख केंद्र रहा है। स्टेडियम के पुराने हो जाने की वजह से इसकी सुरक्षा एक बड़ा मसला है। स्टेडियम में कई तरह के सांस्कृतिक आयोजन अब भी हो रहे है। बीते दिनों इसी स्टेडियम में जाणता राजा महा नाट्य का मंचन हुआ था। इसके पहले नागपुर महानगर पालिका द्वारा प्राथमिक स्ट्रक्चरल ऑडिट किया गया था जिसके बाद 8 हजार लोगों की उपस्थिति की अनुमति दी गयी थी।
यह मैदान भले ही 50 साल पुराना हो लेकिन शहर में एक साथ 30 हजार लोगों के एक साथ बैठ कर किसी आयोजन को देखने की व्यवस्था अन्य किसी सरकारी स्टेडियम में नहीं है। इसलिए यह मैदान कई कार्यक्रमों के लिहाज से अहम हो जाता है।
600 करोड़ रुपए होंगे खर्च
स्टेडियम के पुराने होने से मौजूदा समय में इसकी सुरक्षा को लेकर बड़ा सवाल उठ रहा है। स्टेडियम के कई हिस्सों में प्लास्टर गिरने और जर्जर होने की स्थिति दिखाई दे रही है। इसी को देखते हुए इसका स्ट्रक्चरल ऑडिट कराये जाने का निर्णय लिया गया है। हालाँकि एक निर्णय यह भी लिया गया है की स्टेडियम के आस पास की 27 लाख वर्ग फुट जगह को एक साथ मिलाकर एक परियोजना अहमदाबाद के ट्रांस स्टेडिया के तर्ज पर की जाये जिसके तहत 600 करोड़ रूपए खर्च कर बिजनेस पार्क, स्पोर्ट्स स्टेडियम, कन्वेंशन सेंटर बनाया जाये। यह प्रोजेक्ट केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी की पहल है। इसके लिए मई 2023 में कंसल्टेंट की नियुक्ति के लिए टेंडर भी निकाला गया था।
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