दशहरा और धम्मचक्र प्रवर्तन दिन को लेकर पुलिस का तगड़ा बंदोबस्त; रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड पर भरी संख्या में पुलिस बल तैनात

नागपुर: दो साल बाद नागपुर वापसी दसहरा और धम्मचक्र प्रवर्तन दिन बड़ी धूमधाम से मानाने वाले हैं। कोरोना के दो साल बाद आयोजित होने वाले इन त्यौहारों को लेकर नागरिको में बड़ा उत्साह है। जिसके तहत शहर में विविध क्षेत्र में बड़ी संख्या में कार्यक्रमों का आयोजन किया जाने वाला है। वहीं बौद्ध धर्म का एक प्रमुख स्थान होने के कारण लाखो की संख्या में लोग शहर में आते हैं। जिसको देखते हुए पुलिस ने अपनी कमर कस ली है। शहर में कोई अप्रिय घटना न हो इसको लेकर बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। इसी के साथ नागपुर रेलवे स्टेशन, अजनी रेलवे स्टेशन सहित गणेशपेठ स्थित बस स्टैंड पर सुरक्षा की दृष्टी से अच्छी संख्या में कर्मियों को तैनात किया है।
चार हजार पुलिस कर्मी सुरक्षा में तैनात
दसहरा और धम्मचक्र प्रवर्तन दिन को लेकर पुलिस सुरक्षा में कोई कमी नहीं छोड़ना चाहता। इसी के मद्देनजर चार हजार पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया। इसी के साथ 1000 होम गार्ड और एसआरपीएफ की पांच बटालियन भी सुरक्षा में मौजूद रहेंगे। इनके साथ 400 पुलिस अधिकारी दो दिन तक लगातार काम करेंगे।
शहर पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने बताया कि, बौद्ध धर्म का प्रमुख स्थान होने के कारण दीक्षाभूमि में देशभर से लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। उन सभी की सुरक्षा को देखते हुए 2500 पुलिस कर्मियों, तीन एसआरपीएफ की बटालियन सहित 100 अधिकारीयों को दीक्षाभूमि में तैनात किया गया है। इसी के साथ सीसीटीवी से भी नजर रखी जा रही है।
रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर हाईअलर्ट
दो साल बाद आयोजित होने वाले इस त्यौहार को देखते हुए रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर हाई अलर्ट जारी किया गया है। दशहरा को लेकर पहले ही ट्रेनों में लंबी वेटिंग लिस्ट शुरू हो चुकी है। वहीं कोरोना महामारी के कारण पिछले 3 वर्षों से धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस समारोह भी स्थगित किया जाता रहा लेकिन इस बार सारे त्योहारों के आयोजनों से प्रतिबंध हटा दिए गए हैं। ऐसे में बड़ी संख्या में भाविकों के नागपुर पहुंचने ही आशंका जताई जा रही है। इसी के तहत नागपुर मेन स्टेशन और अजनी स्टेशन पर पहले ही अतिरिक्त सुरक्षा जवानों की तैनाती शुरू कर दी गई है।
आरपीएफ मध्य रेल मंडल नागपुर शहर के निरीक्षक आर. एल. मीणा ने बताया कि, “आरपीएफ को नाशिक पोस्ट जबकि जीआरपी को हेडक्वार्टर से अतिरिक्त जवान दिए गए हैं। किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोकने के लिए जहां जवानों द्वारा माइक के जरिए यात्रियों को जागरूक किया जा रहा है। वहीं आरपीएफ और जीआरपी के डाग स्क्वाड भी अतिरिक्त समय के लिए एक्टिव कर दिए गए हैं। आरपीएफ जवानों को 8 की बजाय 12 घंटे की ड्यूटी दे दी गई है। साथ ही दोनों सुरक्षा एजेंसियों की अपराध शाखायें भी सक्रियता से काम पर लगी हैं।” रेलवे स्टेशन के साथ साथ गणेशपेठ स्थिति एसटी बस स्टैंड पर भी बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है।

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