विदर्भ में सर्वांगीण प्रगति के लिए विभिन्न परियोजनाएँ की जा रही क्रियान्वित: मुख्यमंत्री

नागपुर: आज विधानसभा में गढ़चिरोली और विदर्भ के मुद्दों पर उत्तर देते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि विदर्भ और मराठवाड़ा में सर्वांगीण प्रगति के लिए विभिन्न परियोजनाएँ क्रियान्वित की जा रही हैं और इन दोनों क्षेत्रों के पिछड़े और सूखाग्रस्त क्षेत्रों में विकास किया जा रहा है।
फडणवीस ने कहा, “विदर्भ में वैनगंगा-पैनगंगा-नलगंगा नदी जोड़ परियोजना को मंजूरी देकर, इससे 61 टीएमसी पानी निकाकर 10 लाख हेक्टेयर सूखाग्रस्त भूमि को सिंचाई के तहत लाया जा रहा है। जिससे 550 किमी लंबी एक नई नदी तैयार हो रही है। बलिराजा योजना के तहत मराठवाड़ा, विदर्भ में 110 सिंचाई परियोजनाएं स्वीकृत की गईं, जिनमें से 69 पूरी हो गई हैं। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई की सात परियोजनाएं जिनमें से एक गोसीखुर्द परियोजना अगले साल पूरी हो जाएगी। मराठवाड़ा के लिए, कृष्णा बेसिन से पानी उठाने के लिए लगातार धन उपलब्ध कराया गया है।”
देवेंद्र फडणवीस ने आगे कहा, “अमरावती के टेक्सटाइल पार्क में केंद्र की ओर से दस हजार करोड़ का नया निवेश आ रहा है और इससे दो लाख नई नौकरियां पैदा होंगी। संतरे के लिए क्लस्टर, मराठवाड़ा के जालना में ड्राई पोर्ट, लातूर रेल कोच फैक्ट्री में वंदे भारत गाड़ी का निर्माण किया जाएगा।”
वहीं, किसानों के मुद्दे पर उत्तर देते हुए फडणवीस ने कहा, “हम धान उत्पादक को प्रति हेक्टेयर बीस हजार का बोनस दे रहे हैं। 550 केन्द्रों पर सोयाबीन की खरीदी शुरू है और 23.68 लाख क्विंटल खरीदी हो चुकी है। अब से हम मध्य प्रदेश की तर्ज पर स्थाई खरीद व्यवस्था कर रहे हैं। सीसीआई के माध्यम से कपास उत्पादकों किसानों को कीमत बढ़ा कर दी गई है और केंद्र अभी भी शुरू हैं। लेकिन खुले बाजार में कीमत अधिक है। तुअर के खुले बाजार में दाम ऊंचे हैं। पेड़ से गिर रहे संतरे के फल की समस्या के लिए हम सहायता दे रहे हैं। 165 करोड़ की सहायता दी जाएगी।”
गढ़चिरोली के विकास पर बोलते हुए फडणवीस ने कहा, “गढ़चिरोली जिला देश की भावी इस्पात विनिर्माण राजधानी बनेगा। यह जिला धीरे-धीरे नक्सल मुक्त हो रहा है। अगले तीन वर्षों में पूरे जिले को नक्सल मुक्त बनाने का प्रयास किया जा रहा है। हम नक्सल ऑपरेशन में शहीद हुए कर्मियों के बच्चों को क्लास वन अफसर की नौकरी दे रहे हैं।”

admin
News Admin