मूसलाधार बारिश के लिए 15 जुलाई तक का इंतजार, बंगाल की खाड़ी में सिस्टम नहीं बनने से मानसून पर ब्रेक

नागपूर: नागपुर में मानसून के आने को एक लगभग हफ्ते का समय बीत चुका है. लेकिन अब भी जिले से मूसलाधार बारिश नदारद है। मौसम विभाग का साफ़ कहना है की मूसलाधार बारिश के लिए अनुकूल परिस्थिति नहीं बनी है. इसके 15 जुलाई के दरमियान के बनने के आसार है। लेकिन तब तक नागपुरकरो को भारी बारिश के लिए इंतजार करना होगा।
नागपुर में एक हफ्ते की देरी से मानसून का आवागमन हुआ था। हलाकि, अब तक मूसलाधार बारिश गायब है। बंगाल की खाड़ी में सिस्टम बनने से नागपुर के साथ विदर्भ के अन्य जिलों और पुरे मध्यभारत में मूसलाधार बारिश की बौछार पड़ती है। जून का महीना लगभग बीतने को है लेकिन अब तब बंगाल के खाड़ी में किसी भी तरह का सिस्टम नहीं बना है।
अब सवाल है की आखिर मूसलाधार बारिश कब होगी? इस सवाल के जवाब पर नागपुर प्रादेशिक मौसम केंद्र में वैज्ञानिक डॉ प्रवीण कुमार ने कहा की, बे ऑफ़ बंगाल में जैसे से सर्कुलेशन सिस्टम तैयार होगा वैसे ही नागपुर और मध्य भारत में मूसलाधार बारिश या 24 घंटे में 64 एमएम से अधिक बारिश होगी। हलाकि, इसके 12-15 जुलाई के दरमियान बनने के हालात है लेकिन तक लोगो को इंतज़ार करना पड़ेगा।
किसानों ने मानसून की एंट्री के पहले बुआई कर दी थी। बुआई के बाद अच्छी बारिश होने पर फसल लहलहाती है, लेकिन मानसून के रुठ जाने से फसल खड़ी होने के पहले ही खराब होने का खतरा बढ़ गया है। जिससे किसानो पर दोबारा बुवाई का संकट आ गया है।
वही, मानसून कमजोर पड़ने से तापमान में इजाफा हो रहा और उमस परेशान कर रही है। मंगलवार को नागपुर का अधिकतम तापमान 37.6 डिग्री और न्यूनतम तापमान 25.6 डिग्री सेल्सियस रहा। जो सामान्य से 3.7 डिग्री अधिक रहा। मौसम विभाग के अनुसार, वातावरण में नमी बनी हुई है और इस कारण स्थानीय स्तर पर होने वाले मौसमी परिवर्तन से बूंदाबांदी हो सकती है। अगले कुछ दिन तक तेज हवा के साथ बूंदाबांदी और हल्की बारिश की संभावना है।

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