सेना दिवस 2023: परेड में बोले आर्मी चीफ पांडे- आत्मनिर्भरता से आधुनिकता हमारा मूल मंत्र

बंगलुरु: देश आज थल सेना दिवस मन रहा है। हर साल इस दिन सेना द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। जहां सेना प्रमुख कार्यक्रम को संबोधित करते हैं। इस साल यह कार्यक्रम बंगलुरु के गोविंदस्वामी परेड ग्राउंड में आयोजित किया गया। जहां जवानों ने प्रमुख मनोज पांडे को गार्ड ऑफ़ ऑनर दिया गया। यह पहला मौका है जब सेना दिवस दिल्ली के बाहर किसी और शहर में आयोजित किया जा रहा है।
अपने संबोधन में प्रमुख पांडे ने कहा, “पहली बार आर्मी डे परेड और इससे जुड़े अन्य कार्यक्रम राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के बाहर आयोजित किए जा रहे हैं। इसने सेना को लोगों से जुड़ने का एक सुनहरा अवसर दिया है। मुझे विश्वास है कि इससे हमारे संबंध और भी मजबूत होंगे।” उन्होंने कहा, “पिछले साल सेना ने सुरक्षा संबंधी चुनौतियों का दृढ़ता से सामना किया और सीमाओं की सक्रिय और मजबूती से सुरक्षा सुनिश्चित की। सेना ने क्षमता विकास, बल पुनर्गठन और प्रशिक्षण में सुधार के लिए कदम उठाए। इसने भविष्य के युद्धों के लिए अपनी तैयारियों को और मजबूत किया।”
LAC पर मजबूत डिफेंस बरकरार
पांडे ने कहा, "उत्तरी सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थिति सामान्य रही है और स्थापित प्रोटोकॉल और मौजूदा तंत्र के माध्यम से शांति बनाए रखने के लिए आवश्यक कदम उठाए गए हैं। एलएसी पर एक मजबूत रक्षा मुद्रा बनाए रखते हुए, हम किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।" उन्होंने कहा, “कठिन क्षेत्र और खराब मौसम के बावजूद, हमारे बहादुर जवान वहां तैनात हैं। उन्हें सभी प्रकार के हथियार, उपकरण और सुविधाएं पर्याप्त मात्रा में दी जा रही हैं। स्थानीय प्रशासन, अन्य एजेंसियों और सेना के संयुक्त प्रयासों से बुनियादी ढांचे के विकास में सुधार हुआ है।”
संघर्ष विराम उल्लंघनों में कमी आई
पाकिस्तान से लगती सीमा पर बोलते हुए जनरल पांडे ने कहा, "पश्चिमी सीमावर्ती क्षेत्रों में नियंत्रण रेखा पर संघर्षविराम जारी है और संघर्ष विराम उल्लंघनों में कमी आई है। लेकिन सीमा पार अभी भी आतंकी ढांचा बना हुआ है। हमारा काउंटर इंफिल्ट्रेशन ग्रिड वहां से घुसपैठ को लगातार नाकाम कर रहा है।" उन्होंने कहा, "जम्मू और पंजाब में अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्र में ड्रोन के माध्यम से हथियारों और ड्रग्स की तस्करी का प्रयास जारी है। ऐसी गतिविधियों के खिलाफ काउंटर-ड्रोन जैमर और अन्य उपकरण उपयोग में लाए गए हैं।"
स्थानीय आबादी ने हिंसा को खारिज किया
कश्मीर में हिंसा पर बोलते हुए सेना प्रमुख ने कहा, "जम्मू-कश्मीर के अंदर के इलाकों में सुधार देखा गया है। स्थानीय आबादी ने हिंसा को खारिज कर दिया है, और सकारात्मक परिवर्तनों का स्वागत करते हुए सभी सरकारी पहलों में उत्साहपूर्वक भाग लिया है।" उन्होंने कहा, “हालांकि सुरक्षा बलों के प्रयासों से हिंसा में कमी आई है, कई प्रॉक्सी आतंकवादी संगठनों ने दृश्यता हासिल करने के लिए लक्षित हत्याओं की तकनीक का सहारा लिया है। सेना अन्य सुरक्षा बलों के साथ ऐसी सभी कोशिशों को विफल करने के लिए प्रतिबद्ध है।”
आत्मनिर्भरता से आधुनिकता हमारा मूल मंत्र
पांडे ने आगे कहा, "आत्मनिर्भरता से आधुनिकता हमारा मूल मंत्र होगा। भारतीय रक्षा उद्योग इन चुनौतियों के लिए आगे आ रहा है। हमें मेड इन इंडिया हथियारों, उपकरणों पर भरोसा है। कृत्रिम बुद्धिमत्ता, क्वांटम संचार, मानव रहित प्रणाली, निर्देशित ऊर्जा हथियार जैसी आला तकनीक का स्वदेशीकरण हो रहा है।"
अग्निपथ योजना ऐतिहासिक और प्रगतिशील कदम
जनरल ने कहा, "अग्निपथ योजना के आने से एक ऐतिहासिक और प्रगतिशील कदम उठाया है। हमने भर्ती प्रक्रिया को स्वचालित किया है। हमें देश के युवाओं से अच्छा प्रतिसाद मिला है। पुरुष अग्निवीर के पहले बैच की ट्रेनिंग शुरू हो चुकी है। अग्निवीरों को आगे चयन करने के लिए मजबूत प्रक्रिया विकसित की है।"

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