वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आर्थिक सर्वेक्षण किया पेश, विकास दर 6.8 प्रतिशत रहने का लगाया अनुमान

नई दिल्ली: नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट पेश करने के पहले वित्त वर्ष 2023 का आर्थिक सर्वे सदन में पेश कर दिया है। सर्वे के अनुसार, 2023 में भारत की विकास दर छह से लेकर 6.8 प्रतिशत रहेगी। सर्वे में भारत सरकार ने कहा कि, आरबीआई ने 2023 में मुद्रास्फीति को 6.8% पर रखा है, जो कि इसकी लक्षित सीमा से बाहर है।
आर्थिक सर्वेक्षण 2023 पर मुख्य आर्थिक सलाहकार डॉ वी. अनंत नागेश्वरन ने कहा, “IMF ने मौजूदा वित्तीय वर्ष के लिए भारत की अनुमानित GDP वृद्धि दर 6.8% रहने का अनुमान लगाया है। अगले वित्तीय वर्ष में भारत की GDP वृद्धि दर 6.1% और 2024-25 में 6.8% रहने का अनुमान IMF ने लगाया है।”
अर्थव्यवस्था की रिकवरी पूरी
आर्थिक सलाहकार ने कहा, “अर्थव्यवस्था की रिकवरी पूरी हो गई है; गैर-बैंकिंग और कॉर्पोरेट क्षेत्रों में अब बैलेंस शीट अच्छी स्थिति में हैं। हमें अब महामारी से उबरने की बात नहीं करनी है, हमें अगले चरण की ओर देखना है।” उन्होंने कहा, “सरकार 6.4% राजकोषीय घाटे की दिशा में आगे बढ़ रही है। अप्रैल से नवंबर 2022 तक सकल कर राजस्व में 15.5% की वृद्धि हुई है। FY23 की पहली 3 तिमाहियों में GST राजस्व के रूप में 13.40 लाख करोड़ रुपए एकत्र हुए।”
2021 की तुलना में 2022 में बढ़ा एफडीआई
नागेश्वरन ने कहा, “वित्त वर्ष 2015 से वित्त वर्ष 2023 तक व्यवहार्यता अंतर वित्त पोषण योजना के तहत DEA द्वारा 2982.4 करोड़ रुपए वितरित किए गए।” उन्होंने आगे कहा, “वित्त वर्ष 2022 में FDI प्रवाह 21.3 बिलियन डॉलर था, जो 2021 से 76 प्रतिशत अधिक था। भारतीय फार्मास्युटिकल निर्यात ने FY21 में 24% की बढ़ोतरी दर्ज़ की। सितंबर 2022 तक फार्मा सेक्टर में संचयी FDI 20 अरब डॉलर के आंकड़े को पार कर गया।”
उन्होंने आगे कहा, “कृषि में निजी क्षेत्र के निवेश का हिस्सा उच्च स्तर पर पहुंच गया है, जो विभिन्न सरकारी पहलों से सुगम हुआ है। यह क्षेत्र अब प्राथमिक क्षेत्र होने के बारे में नहीं है, इसमें जबरदस्त निर्यात क्षमता भी है।”
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