logo_banner
Breaking
  • ⁕ आने वाले दिनों में विदर्भ में पड़ेगी कड़ाके की ठंड, भंडारा 10 तो गोंदिया 10.2 डिग्री के साथ रहे सबसे ठंडे जिले ⁕
  • ⁕ राजुरा में भाजपा उम्मीदवार के पिता पर मतदाताओं को पैसे बांटने का आरोप; वीडियो हुआ वायरल ⁕
  • ⁕ कांद्री नगर पंचायत में 27.33 और कन्हान नगर परिषद में सबसे कम 17.33 प्रतिशत मतदान ⁕
  • ⁕ नवनीत राणा का जोरदार पलटवार; बिना नाम लिए अजित पवार पर साधा निशाना ⁕
  • ⁕ Amravati: अमरावती जिले में रबी सीजन में चने की बुवाई सबसे ज्यादा 56 हजार हेक्टेयर में हुई पूरी ⁕
  • ⁕ Yavatmal: एसटी बस की चपेट में आने से दोपहिया सवार की मौत, बोरी इचोड में हुई घटना ⁕
  • ⁕ भाजपा नेता नवनीत राणा का पुरुषों को लेकर विवादित बयान! अकोट में सभा के दौरान कही बात, बना चर्चा का विषय ⁕
  • ⁕ Akola: अकोट में एआईएमआईएम उम्मीदवार के पति पर हमला, अस्पताल में भर्ती ⁕
  • ⁕ अमरावती जिले में स्क्रब टायफस का खतरा बढ़ा, मिले 19 मरीज, आरोग्य विभाग ने जारी की चेतावनी ⁕
  • ⁕ Wardha: नगर परिषद चुनाव से पहले अवैध शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़, 250 पेटी शराब जब्त, मुख्य आरोपी मौके से फरार ⁕
Nagpur

कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने सुप्रीम कोर्ट से जताई उम्मीद, कहा - हो सकता है आज वोटों की गिनती का रास्ता होगा साफ


नागपुर: हाई कोर्ट ने महाराष्ट्र राज्य चुनाव आयोग को स्थानीय निकाय चुनावों के लिए वोटों की गिनती 3 दिसंबर के बजाय 21 दिसंबर को करने का निर्देश दिया था। हाई कोर्ट का ऑर्डर उस दिन आया जब महाराष्ट्र में 264 नगर परिषद और नगर पंचायतों के चुनाव के लिए वोटिंग चल रही थी। आज सुप्रीम कोर्ट उच्च न्यायालय के आर्डर को लेकर सुनवाई है। इस कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने उम्मीद जताई है कि सुप्रीम कोर्ट हाई कोर्ट के फैसले को गलत ठहराएगा। 

वडेट्टीवार ने कहा, “आज सुनवाई हो रही है। हमें लगता है कि हाई कोर्ट के ऑर्डर पर उचित फैसला किया जा सकता है। आने वाले समय में ज़िला परिषद के चुनाव हैं। अगर 268 नगर परिषद के नतीजे आ जाते हैं, तो क्या इससे ज़िला परिषद के नतीजों पर असर नहीं पड़ेगा? आपको ऐसा नहीं लगता? मुझे लगता है कि वोटों की गिनती में देरी करने का कोर्ट का आदेश गलत है। मुझे उम्मीद है कि आज सुप्रीम कोर्ट में वोटों की गिनती के मामले का रास्ता साफ हो जाएगा।”

वहीं, 8 दिसंबर से नागपुर में होने वाले शीतकालीन अधिवेशन पर बात करते हुए कांग्रेस नेता कहा, “सात दिन का सेशन है, शनिवार को वर्किंग रखा गया है। चार हफ़्ते का बजट सेशन नागपुर में होना चाहिए। जबकि मुख्यमंत्री नागपुर से 11 साल से सत्ता में हैं, और विदर्भ के लोगों को रोज़गार के लिए पुणे, मुंबई, हैदराबाद, बैंगलोर जाना पड़ रहा है।” 

उन्होंने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, “यह इस सरकार की नाकामी है। नागपुर में रोज़गार के मौके नहीं हैं, सरकार की क्या कामयाबी है? मुख्यमंत्री की क्या कामयाबी है? इसका जवाब हमें मिलना चाहिए। इस अधिवेशन में कुछ काम हुआ है, यह दिखाने की कोशिश की जाएगी। इस सेशन का कोई नतीजा नहीं निकलेगा। यह सेशन विदर्भ के लोगों के लिए किसी काम का नहीं होगा।”