logo_banner
Breaking
  • ⁕ चंद्रशेखर बावनकुले ने अलग विदर्भ के मुद्दे पर कांग्रेस को दिया जवाब, कहा - अलग विदर्भ बीजेपी का एजेंडा ⁕
  • ⁕ अधिवेशन के पहले ही दिन शहर का राजनीतिक माहौल रहा गर्म, चार अलग-अलग मोर्चों ने अपनी मांगों को लेकर निकाली रैली ⁕
  • ⁕ मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आदित्य ठाकरे के दावे को किया खारिज, ठाकरे गुट के नेता पर किया पलटवार ⁕
  • ⁕ अधिवेशन में पांच दिन काम होने की उम्मीद, अब बची नहीं जवाब देने वाली सरकार: विजय वडेट्टीवार ⁕
  • ⁕ Akola: शिंदे सेना की समीक्षा बैठक; 'महानगर पालिका पर लहराएगा भगवा' ⁕
  • ⁕ इंडिगो की फ्लाइट सर्विस में रुकावट की वजह से बनी स्थिति जल्द ही कंट्रोल में आएगी: राम नायडू ⁕
  • ⁕ Chandrapur: एमडी पाउडर के साथ दो युवक गिरफ्तार, स्थानीय क्राइम ब्रांच की कार्रवाई ⁕
  • ⁕ Parshivni: पुलिस पाटिल ने भागीमाहरी-पेढ़री ग्राम पंचायत क्षेत्र में हड़पी जल सिंचन विभाग की 5 एकड़ जमीन ⁕
  • ⁕ Buldhana: जलगांव जामोद से तीन नाबालिग लड़कियां लापता! माता-पिता की शिकायत पर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ किडनैपिंग का केस दर्ज ⁕
  • ⁕ Wardha: नगर परिषद चुनाव से पहले अवैध शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़, 250 पेटी शराब जब्त, मुख्य आरोपी मौके से फरार ⁕
Maharashtra

SC ने MVA के मंसूबों पर पानी फेरा, फडणवीस बोले- उद्धव को नैतिकता की बात करने का कोई अधिकार नहीं


मुंबई: सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने महाविकास अघाड़ी (Mahavikas Aghadi) पर हमला बोला है। मुंबई में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) की अध्यक्षता में आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि, “सर्वोच्च न्यायालय (Supreme Court) ने महा विकास अघाड़ी के मंसूबों पर पानी फेर दिया है। अदालत ने उनकी साजिश नाकाम हो गई है। सुप्रीम कोर्ट ने माना है कि महाराष्ट्र की मौजूदा सरकार पूरी तरह संवैधानिक है।”

उपमुख्यमंत्री ने कहा, “सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट कहा है कि उद्धव ठाकरे को दोबारा मुख्यमंत्री नहीं बनाया जा सकता है। सदस्यता निरस्त किए जाने के संबंध में सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि स्पीकर के पास अधिकार है कि वे फैसला लें।" उन्होंने कहा, "स्पीकर को यह अधिकार दिया गया है कि 10वीं अनुसूचि को ध्यान में रखते हुए यह तय करेंगे कि राजनीतिक पार्टी कौनसी है और फिर सदस्यता निरस्त किए जाने पर फैसला होगा।”

यह भी पढ़ें: शिंदे Vs उद्धव: विधायको के निलंबन मामला बड़ी बेंच को गया सौंपा, अब सात सदस्यीय समिति लेगी फैसला

एनसीपी और कांग्रेस के समय कहां थी नैतिकता

फडणवीस ने इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि, “प्रेस वार्ता में उद्धव जी ने कहा की मैंने नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दिया था। लेकिन यह नैतिकता उस समय कहां गई थी जब चुनाव भाजपा के साथ जीता और सरकार के लिए कांग्रेस-एनसीपी के साथ सरकार का गठन कर लिया। किस डिब्बे में उस नैतिकता को बंद कर दिया था? इसलिए नैतिकता की बात उन्हें नहीं करनी चाहिए।” 

नैतिकता की बात करने का अधिकार नहीं 

फडणवीस ने आगे कहा, “उन्होंने इस्तीफा नैतिकता के आधार पर नहीं बल्कि हार के डर से दिया था। उन्हें पता चल गया था कि, उनके लोग चले गए हैं और उनकी हार होने वाली है, इसलिए उन्होंने इस्तीफा दिया।”

यह भी पढ़ें: संजय राउत ने राहुल नार्वेकर को बताया अविश्वसनीय, कहा - सुप्रीम कोर्ट नरहरी निरवाल को दें निर्णय लेना का फैसला