लोकसभा के बाद भाजपा ने शुरू की विधानसभा चुनाव की तैयारी, इन दो केंद्रीय मंत्रियों को बनाया महाराष्ट्र प्रदेश प्रभारी

मुंबई: लोकसभा चुनाव (Loksabha Election) में मिली हार को बुलाकर भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janta Party) ने विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। इसी के तहत भाजपा ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly Election) के लिए प्रभारियों के नाम का ऐलान कर दिया है। इसके तहत भाजपा ने केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव (Bhupendra Yadav) को प्रभारी और केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnav) को सह-प्रभारी बनाया गया है। ज्ञात हो कि, इस साल सितंबर-अक्टूबर महीने में राज्य में विधानसभा के चुनाव होने हैं।
भूपेन्द्र यादव अमित शाह के विश्वासपात्र
महाराष्ट्र में कुछ ही महीनों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इस चुनाव में लोकसभा की पुनरावृत्ति से बचने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने कमर कस ली है। अमित शाह के विश्वासपात्र और कई चुनावों में पार्टी को सफलता दिलाने वाले भूपेन्द्र यादव को नियुक्त किया गया है. साथ ही नरेंद्र मोदी के भरोसेमंद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को सह प्रभारी नियुक्त किया गया है। यह जोड़ी मध्य प्रदेश विधानसभा में प्रभारी और सह-प्रभारी थी। इसके बाद मध्य प्रदेश विधानसभा में बीजेपी को प्रचंड बहुमत मिला।
अध्यक्ष के बदले जाने की चर्चा शुरू
लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद भाजपा ने संगठन में बदलव की शुरुआत कर दी है। इसी के तहत भाजपा ने राज्य संगठन में बड़ा बदलाव करने का तय कर लिया है। चल रही चर्चाओं के अनुसार, पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने प्रदेश अध्यक्ष को बदलने की तैयारी शुरू कर दी है। यानी भाजपा जल्द ही वर्तमान अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले की जगह किसी अन्य नेता को अध्यक्ष बना सकती है। इसी के साथ राज्य के तमाम जिल अध्यक्ष बदलने की भी चर्चा जोरों पर है।
भाजपा-शिवसेना गठबंधन को मिला था बहुमत
2019 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा-शिवसेना (एकीकृत) को पूर्ण बहुमत मिला था। दोनों पार्टियों ने मिलकर राज्य की 288 सीटों मेंसे 165 से ज्यादा सीट जीती थी। वहीं विपक्षी गठबंधन कांग्रेस-एनसीपी को मात्र 96 सीट ही मिल पाई थी। हालांकि, चुनाव परिणाम बाद भाजपा और शिवसेना के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर विवाद हो गया। जिसके बाद उद्धव ने कांग्रेस, एनसीपी के साथ मिलकर राज्य में महाविकास अघाड़ी के तहत सरकार बनाई और उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने।
ढाई साल में बदली सरकार
हालांकि, उद्धव की अगुवाई वाली सरकार ज्यादा दिनों तक चल नहीं पाई और ढाई साल में राज्य में नई सरकार का गठन हो गया। दरअसल, शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने 40 विधायकों के साथ मिलकर बगावत करते हुए उद्धव की सरकार गिरा दी। जिसके बाद भाजपा की मदद से राज्य में फिर एक बार भाजपा शिवसेना सरकार का गठन हुआ। जिसमें एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री और देवेंद्र फडणवीस उपमुख्यमंत्री बने। वहीं करीब एक साल बाद अजित पवार ने भी बगावत करते हुए अपने समर्थकों के साथ सरकार में शामिल हो गए। जहां उन्हें उपमुख्यमंत्री बनाया गया।

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