संकेत बवानकुले मामले पर कांग्रेस ने शिवसेना के रुख से किनारा, विधायक ठाकरे बोले- पुलिस करे निष्पक्ष जांच

नागपुर: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बवानकुले के बेटे संकेत बावनकुले की गाड़ी से हुई दुर्घटना को लेकर सियासत गरमाई हुई है। शिवसेना उद्धव ठाकरे लगातार इसको लेकर बवानकुले सहीत राज्य सरकार पर हमलावर है। राज्यसभा सांसद संजय राउत और सुषमा अंधारे दावा कर रहे हैं कि, जो गाड़ी है वह संकेत बवानकुले ही चला रहे थे। वहीं इस मामले पर कांग्रेस ने अपने सहयोगी दल से अलग रुख अपनाया है। नागपुर शहर कांग्रेस अध्यक्ष विकास ठाकरे ने कहा कि, "गाड़ी में संकेत मौजूदा जरूर था, लेकिन वह गाड़ी नहीं चला रहा था। उन्होंने कहा कि, दुर्घटना के बाद से मैं इस मामले को देख रहा हूं और लगातार पुलिस के संपर्क में बना हुआ हूं।" इसी के साथ ठाकरे ने यह भी कहा कि, हर विषय पर राजनीति करने के लिए नहीं होता।
विकास ठाकरे ने कहा, "जिस समय यह दुर्घटना हुई है। संकेत बावनकुले गाडी नहीं बल्कि पीछे बैठा हुआ था। वहीं उसका दोस्त अर्जुन गाड़ी चला रहा था। जो घटना हुई है वह बहुत द्रुभाग्यपूर्ण है। गनीमत यह रही कि, इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई।" उन्होंने कहा कि, "इस घटना में जितनी गाड़ियों का नुक्सान हुआ हैं उन्होंने कोई मामला दर्ज नहीं कराया है।" इसी के साथ ठाकरे ने मामले की निश्वाक्ष जांच करने की मांग की।
कांग्रेस विधायक ने कहा कि, "जहां हादसा हुआ है वह मेरे विधानसभा इस क्षेत्र में हैं। मैं लगातार इस मामले को लेकर पुलिस अधिकारीयों के संपर्क में था। शुरुआत से लेकर अभी तक मामले की हर जानकारी मेरे पास है। पुलिस ने अभी जो कार्रवाई की है वह पूरी तरह सहीं है।" वहीं ठाकरे ने यह भी कहा कि, अब नेताओं को जिम्मेदारी लेनी पड़ेगी की उनके बच्चे सड़क पर किस तरह वाहन चलाएं।'
इसमामले पर शिवसेना उबाठा आक्रामक है। संजय राउत सहित शुष्मा अंधारे मामले पर कई सवाल खड़े कर रहे हैं। ठाकरे ने इस पर कहा कि, "सुषमा अंधारे वहीं रहती हैं। यह घटना मेरे विधानसभा क्षेत्र की है। मैं इस सबके बारे में उनसे अधिक जानता हूं। अगर संकेत बावनकुले गाड़ी चला रहे होते तो कांग्रेस चुप नहीं बैठती।"
उन्होंने आगे कहा, "राजनीतिक परिवार का बच्चा रहा तो उसमे राजनीति होती है। विरोधी दल का विधायक हूँ इसलिए मामले पर राजनीति करूँ यह अच्छा नहीं है। चले विधायक का नेता रहे या आम जनता का उसपर पुलिस को निष्पक्ष जाँच करनी चाहिए। अगर कोई दोषी है तो उसे सजा मिले अगर नहीं हो तो उसकी बदनामी भी नहीं होनी चाहिए।"

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