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Chandrapur

सांसद बालू धनोरकर का निधन, दिल्ली के अस्पताल में ली आखिरी सांस


चंद्रपुर: राज्य में कांग्रेस के एक मात्र सांसद बालू धनोरकर (Balu Dhanorkar) का निधन हो गया है। उन्होने दिल्ली के एक निजी अस्पताल में आज तड़के आखिरी सांस ली। इस बात की जानकारी कांग्रेस प्रवक्ता अतुल लोंढे (Atul Londhe) ने मंगलवार सुबह दी। ज्ञात हो कि, तीन दिन पहले ही धनोरकर के पिता की मृत्यु हुई थी। एयर एंबुलेंस से धनोरकर का पार्थिव शरीर आज वरोरा लाया जाएगा, जहां शाम को अंतिम संस्कार किया जाएगा।

किडनी के ऑपरेशन के बाद बिगड़ी तबीयत

पांच दिन पहले नागपुर के अस्पताल में धनोरकर के किडनी स्टोन का ऑपरेशन हुआ था। इसके बाद उनकी तबियत बिगड़ गई। आनन फानन में उन्हें नागपुर से दिल्ली ले जाया गया, जहां पीछले तीन दिनों से उनका इलाज किया जा रहा था। हालांकि, उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई थी। पूरे शरीर में इन्फेक्शन हो गया था। वहीं आज मंगलवार तड़के उन्होंने अंतिम सांस ली।

तीन दिन पहले पिता की मौत

तीन दिन पहले सांसद के पिता की मौत हुई थी। लेकिन तबियत ज्यादा खराब होने के कारण वह उसमें शमिल होने अपने मूल निवास भद्रावती नही पहुंच सके। वहीं पिता के मौत के तीन दिन बाद आज सांसद का भी निधन हो गया। धनोरकर के निधन से कांग्रेस सहित पूरे चंद्रपुर में शोक की लहर ह। 

शिवसेना से किया राजनीति की शुरुआत

धनोरकर ने का जन्म 1975 में यवतमाल के एक गांव में हुआ था। इसके बाद उनके परिजन भद्रावती आगया। वहीं धनोरकर की राजनीति की शुरुआत शिवसेना से हुई। वह पार्टी के अंदर कई प्रमुख पदों पर रहे। शिवसेना ने उन्हें 2009 में भद्रावती-वरोरा विधनसभा चुनाव में टिकट दिया, लेकिन वह कुछ वोट से हार गए। इसके बाद 2014 में वह दोबारा चुनावी मैदान में उतरे और जीतकर विधानसभा पहुंचे। 2019 में वह चंद्रपूर से लोकसभा चुनाव लडना चाहते थे, लेकिन भाजपा के साथ गठबंधन होने के कारण सीट नहीं मिली। इसके बाद वह कांग्रेस में शमिल हो गए। जहां उन्होंने तीन बार के सांसद और केंद्र में मंत्री रहे हंसराज अहीर को हरा दिया और सांसद बन गाए। वह राज्य में कांग्रेस के इकलौते सांसद थे। धनोरकर की पत्नी प्रतिभा भी विधायक हैं।