आयोग का फैसला बदले की कार्रवाई, अनिल देशमुख का बड़ा दावा, कहा- जल्द होगी सभी की घर वापसी
नागपुर: चुनाव आयोग (Election Commission) ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी विवाद (NCP Controversy) को सुलझाते हुए अजित पवार गुट को असली एनसीपी माना है। इस के साथ आयोग ने अजित को पार्टी का नाम और चिन्ह का उपयोग करने का अधिकार दे दिया। वहीं इसको लेकर पूर्व मंत्री और वरिष्ठ नेता अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) ने आयोग के फैसले को बदले की कार्रवाई बताई है। इसी के साथ उन्होंने बड़ा दावा किया है। जिसके तहत जल्द ही जो नेता उन्हें छोड़कर गए हैं, वह जल्द ही वापस आने वाले हैं।"
नागपुर में अपने निजी निवास पर पत्रकारों से बात करते हुए देशमुख ने कहा, "जैसी योजना थी, बदले की राजनीति चल रही है। पहले ठाकरे की शिव सेना शिंदे को दी गयी. अब हमारी पार्टी ने अजित पवार को दे दिया है. लेकिन हर कोई जानता है कि पार्टी की स्थापना किसने की. हमारी पार्टी शरद पवार है और हमारा चुनाव चिन्ह भी शरद पवार है. चुनाव आयोग द्वारा दिया गया यह फैसला बदले की भावना से दिया गया है।" वहीं नए सिम्बल के सवाल पर देशमुख ने कहा कि, शरद पवार सिंबल को लेकर फैसला लेंगे।"
पार्टी कर रही सरकारी खर्च का इस्तेमाल
भाजपा की गांव चलो अभियान पर हमला बोलते हुए कहा कि, "भाजपा ने मेरे निर्वाचन क्षेत्र के पारदाशिंगा में एक महिला बैठक का आयोजन किया। ये उनका अधिकार है. लेकिन सरकारी अधिकारी खंड विकास अधिकारी ने सचिव को पत्र भेजा कि कृपया लोगों को लेकर आएं। ये बात एक सरकारी पत्र निकालकर बताई जा रही है। यह जमावड़ा बीजेपी का है। लेकिन उसका खर्च सरकार उठाएगी. हम इसकी उचित रिपोर्ट करेंगे। अब तक पार्टी सभाओं के लिए सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल नहीं होता था, अब हो रहा है।"
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