पूर्व नागपुर से होगा कांग्रेस का उम्मीदवार, बदले में राष्ट्रवादी को मिलेगी हिंगना विधानसभा सीट!
नागपुर: नागपुर शहर की छह सीटों पर महाविकास अघाड़ी में बटवारा हो गया है, जिसके तहत पांच पर कांग्रेस और पूर्व नागपुर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शरद पवार गुट को मिली है। वहीं पवार ने इस सीट पर उम्मीदवार भी घोषित कर दिया है। शहर अध्यक्ष दुनेश्वर पेठे को एनसीपी ने अपना उम्मीदवार बनाया है। हालांकि, गठबंधन में हुआ यह सीट बटवारा शहर कांग्रेस नेताओं को हजम नहीं हो रहा है। कांग्रेस नेताओं ने पूर्व नागपुर पर अपना दावा नहीं छोड़ा है। यहां तक की चुनाव में अपना उम्मीदवार उतारने की बात भी कह दी है। इसी बीच बड़ी जानकारी सामने आई है। जिसके तहत दोनों पार्टियों में सीट की अदला बदली हो सकती है। कांग्रेस ने पूर्व नागपुर के बदले एनसीपी के लिए हिंगना विधानसभा सीट छोड़ने की बात कही है। फ़िलहाल इसको लेकर नेताओं में बातचीत जारी है।
महाविकास अघाड़ी में तीनों दलों के बीच 85-85-85 सीटों पर चुनाव लड़ने का तय हुआ है। जिसके तहत नागपुर जिले की 9 सीटों पर कांग्रेस और दो सीट काटोल और पूर्व नागपुर एनसीपी शरद पवार और रामटेक सीट पर शिवसेना उद्धव गुट लड़ रही है। उद्धव और एनसीपी ने जहाँ अपनी-अपनी सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है। वहीं कांग्रेस ने शहर की पांच सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया है। एनसीपी ने शहर अध्यक्ष दुनेश्वर पेठे को अपना उम्मीदवार बनाया है। हालांकि, गठबंधन के साथी को यह सीट जाने के बावजूद कांग्रेस यह सीट छोड़ने को तैयार नहीं है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि, वह सीट हमारी है और इसको लेकर आलाकमान से बातचीत जारी है।
शहर कांग्रेस अध्यक्ष विकास ठाकरे ने कहा कि, "सीटों की पर्शभूमि देखें तो यहाँ सभी सीट कांग्रेस की है। पूर्व नागपुर यह कांग्रेस की सीट है। यहाँ कांग्रेस का अच्छा होल्ड है। हम लगातार आलाकमान से इसको लेकर बातचीत कर रहे है। यहाँ से कांग्रेस के विधायक रहे हैं, हमारा अच्छा वोटबैंक है। हमारा प्रयास जारी है। और मुझे आशा है कि, आलाकमान इसपर हमारी सुनेगा।" उन्होंने आगे कहा, "एनसीपी का यहाँ कोई जनाधार नहीं है। एनसीपी जब-जब लड़ी नाम मात्रा उसे वोट मिला है, इसलिए कांग्रेस का जनाधार समाप्त करना आसान नहीं है।" इसी के साथ ठाकरे ने रविवार तक सीटों पर अंतिम फैसला होने की बात कही है।
सीटों की की जा सकती है अदला-बदली
कांग्रेस नेताओं की मांग पर आलाकमान ने गंभीरता से लिया है। शुक्रवार को दिल्ली में हुई सीईसी बैठक में राहुल गांधी ने सीट बटवारे को लेकर नाराजगी जाहिर की थी। उन्होंने कहा था कि, कांग्रेस की मजबूत सीटें छोड़ना बेहद नुकसान देह होगा। इसी के साथ वह मीटिंग छोड़कर भी निकल गए थे। राहुल गांधी के तेवर के बाद महाराष्ट्र कांग्रेस के नेताओं ने सीटों को लेकर शरद पवार से बातचीत शुरू कर दी है। मिली जानकारी के अनुसार, कांग्रेस ने पवार को पूर्व नागपुर के बदले हिंगना विधानसभा सीट छोड़ने की बात कही है। ज्ञात हो कि, हिगना विधानसभा सीट एनसीपी के कोटे में ही रहा है। 2009 से 2019 तक यहाँ से एनसीपी का उम्मीदवार ही चुनाव लड़ता रहा है। हालांकि, पार्टियों द्वारा क्या फैसला लिया जाता है यह तो अब उम्मीदवारों की सूची पर निर्भर करेगा।
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