शरद पवार क्या भ्रष्टाचार के समर्थक? राजकोट किले मामले को लेकर देवेंद्र फडणवीस ने एनसीपी सुप्रीमो से पूछा सवाल

नागपुर: सिंधुदुर्ग जिले स्तिथ राजकोट किले में बने छत्रपति शिवजी महाराज की मूर्ति गिरने को लेकर राज्य सरकार विपक्ष के निशाने पर है। महाविकास अघाड़ी लगातार राज्य सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा रही है। इस घटना को लेकर एनसीपी-एसपी प्रमुख शरद पवार ने राज्य सरकार पर हमला बोला और कहा कि, सरकार को समझ नहीं आरहा कहां भ्रष्टाचार करें। पवार के इस बयान पर देवेंद्र फडणवीस ने पलटवार किया है। फडणवीस ने पवार से पूछा कि, क्या वह भ्रष्टाचार का समर्थन करते हैं। इसी के साथ यह भी कहा कि, इतने बड़े नेता को इस तरह की बयानबाजी करना शोभा नहीं देता है।
क्या कहा था शरद पवार ने?
राज्य में शुरू मौजूदा राजनीतिक घटनाक्रम को देखते हुए उद्धव ठाकरे के मातोश्री पर महाविकास अघाड़ी की बैठक हुई। बैठक में उद्धव ठाकरे, शरद पवार सहित बालासाहेब थोरात और नाना पटोले भी शामिल हुए। बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए पवार ने राजकोट किले की घटना को लेकर राज्य सरकार पर हमला बोला। पवार ने कहा कि, "सरकार को पता ही नहीं है कि कहां भ्रष्टाचार करना है. सरकार के भारी भ्रष्टाचार के कारण आज शिवाजी महाराज की मूर्ति ढह गई। राज्य में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर पहुंच गया है।"
पवार के बयान पर फडणवीस का पलटवार
पवार के बयान पर पलटवार करते हुए फडणवीस ने कहा, "पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार वरिष्ठ नेता हैं। यह प्रतिमा नौसेना द्वारा बनाई गई है। वे जानते हैं कि यह राज्य सरकार द्वारा नहीं बनाया गया है। कैसे कहें कि एक जगह भ्रष्टाचार है और दूसरी जगह नहीं। क्या पवार साहब अन्य जगहों पर भ्रष्टाचार का समर्थन करते हैं? चुनाव को देखते हुए यह बयान दिया जा रहा है। यह पवार जैसे वरिष्ठ नेताओं को शोभा नहीं देता।"
नौसेना ने घटना पर जाँच की घटित
फडणवीस ने कहा, "राजकोट वाली घटना घटना सभी के लिए अपमानजनक है, यह दुखद है। साथ ही ऐसी घटना होने पर इसकी उचित जांच होनी चाहिए। दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। वहां भव्य प्रतिमा लगनी चाहिए। इन तीनों चीजों पर कार्रवाई की जा रही है। नौसेना ने एक जांच समिति गठित की है। नौसेना इस संबंध में जांच कर कार्रवाई करेगी। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। घटना के लिए क्या जिम्मेदार था? इसकी भी जाँच की जा रही है।"
उन्होंने आगे कहा, "पीडब्ल्यूडी ने मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस भी कार्रवाई करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम नौसेना की मदद कर भव्य प्रतिमा लगायेंगे. घटना होने के बाद हमें जो भी करना चाहिए हम कर रहे हैं।' लेकिन साथ ही, हर चीज़ में राजनीति नहीं की जानी चाहिए और हर चीज़ को चुनाव के चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए। ऐसी ग़लतियाँ नहीं होनी चाहिए।"
राणे आक्रामक बोलते हैं, धमकी जैसा कुछ नहीं
नारायण राणे के दिए बयान पर भी फडणवीस ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि, नारायण राणे का बोलने का तरीका वही है। वे आक्रामक तरीके से बोलते हैं लेकिन मुझे नहीं लगता कि वे धमकी देना चाहते हैं।

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