विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे को कौशल विकास मंत्री मंगल प्रसाद लोढ़ा ने चुनौती, “मेरे खिलाफ सबूत दें, मैं मंत्री पद से इस्तीफा दे दूंगा”
नागपुर: पिछले सप्ताह जब विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने मुंबई के पालक मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा का नाम लेते हुए सीधे तौर पर अवैध निर्माण को खुली आंखों से देखने का गंभीर आरोप लगाया था. इस पर कौशल विकास मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने कहा कि अंबादास दानवे ने मेरा नाम लिया. मेरे द्वारा कोई अवैध कार्य नहीं किया गया है. लोढ़ा ने उनके खिलाफ साबुत देने की बात कहकर इस्तीफा देने की बात की.
लोढ़ा ने कहा, “10 वर्षों से मेरा परिवार विभिन्न व्यवसायों में है. पारिवारिक व्यवसाय दुनिया भर में फैला हुआ है। जायज काम करके पैसा कमाना. मेरे द्वारा कोई अवैध कार्य नहीं किया गया है. 30 वर्षों तक विधान सभा के सदस्य रहा, कोई गैरकानूनी काम नहीं किया गया. क्या सार्वजनिक जीवन में पारिवारिक व्यवसाय में रहना अपराध है?”
इस पर सवाल उठाते हुए विपक्षी दल के नेता ने उपसभापति नीलम गोरे से इस्तीफा देने की तैयारी जताते हुए कहा कि वह मेरे खिलाफ सबूत देंगे और मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे.
मंगल प्रसाद लोढ़ा अपना इस्तीफा अपने साथ लाए थे और उपाध्यक्ष को सौंप रहे थे लेकिन उपाध्यक्ष नीलम गोरे ने उनसे इस्तीफा न देने का अनुरोध किया. इस मौके पर लोढ़ा ने ये भी कहा, “मेरे द्वारा एक इंच भी अवैध काम नहीं किया जाता है और हम पूरी पारदर्शिता के साथ काम करते हैं.”
इस पर संस्कृति मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि हॉल में नाम लेना हो तो नोटिस देने का नियम है. नियम स्पष्ट होने के बावजूद ऐसा बार-बार क्यों हो रहा है? ऐसा सवाल उठाया गया. इसके बाद उपसभापति नीलम गोरे ने हस्तक्षेप करते हुए मामले को रोकने का निर्देश दिया.
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