वाल्मीक कराड के आत्मसमर्पण पर विजय वडेट्टीवार का सवाल, पूछा - सबूत मिटाने के बाद वाल्मीक कराड ने किया सरेंडर?
नागपुर: बीड जिले में हुई सरपंच की हत्या और अब इसके पीछे के मास्टरमाइंड कहे जाने वाले वाल्मीक कराड का सरेंडर, जोरदार चर्चा का विषय बना हुआ है। सत्ता पक्ष हो या विपक्ष के नेता सभी इस पर बयानबाजी कर रहे हैं। अब कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने भी वाल्मीक कराड के इस आत्मसमर्पण को नाटकीय और सुनियोजित बताते हुए महायुति सरकार पर निशाना साधा है।
विजय वडेट्टीवार ने एक्स पर एक पोस्ट लिखकर वाल्मीक कराड के आत्मसमर्पण पर सवाल किया है कि सबूत नष्ट करने के बाद वाल्मीक कराड ने सरेंडर किया है? इतने दिन उसे छुपाने में किसने मदद की? वडेट्टीवार ने पुलिस और सीआईडी पर भी शंका जताते हुए कहा है कि ये सब देखकर नहीं लगता कि संस्थाएं निष्पक्ष जांच करेंगी।
वडेट्टीवार ने लिखा, “सबूत मिटाने के बाद वाल्मीक कराड ने सरेंडर किया? रंगदारी का मामला दर्ज होने के 22 दिन बाद भी पुलिस-सीआइडी वाल्मीक कराड को नहीं पकड़ सकी. इतना ही नहीं ये कराड आज सरेंडर करते वक्त अपनी कार से आया। महाराष्ट्र पुलिस और गृह मंत्रालय की इससे बड़ी विफलता नहीं हो सकती!”
कांग्रेस नेता ने लिखा, “वाल्मीक कराड को इतने दिनों तक छिपने में किसने मदद की? वह किसके संपर्क में था? किसके कहने पर उसने सरेंडर किया है, सच्चाई सामने आनी चाहिए। क्या महायुति सरकार और कैबिनेट के वरिष्ठ मंत्री के खिलाफ बढ़ते जनाक्रोश को देखकर उसे बचाने की जद्दोजहद में जुटी शक्तियों ने आखिरकार उसके आत्मसमर्पण का आदेश दे दिया है?”
पुलिस पर संदेह व्यक्त करते हुए विजय वडेट्टीवार ने लिखा, “सरेंडर करने से पहले वीडियो जारी कर खुद को क्लीन चिट देने की इस वाल्मीक कराड की हिम्मत से साफ पता चलता है कि इसके पीछे बहुत ताकते हैं। इस मामले में पुलिस ने जो प्रदर्शन दिखाया है, उसे देखते हुए लगता है कि पुलिस, सीआइडी निष्पक्ष जांच नहीं कर सकती। इसलिए पूरे मामले की जांच हाई कोर्ट के जज से होनी चाहिए और यह जांच बीड से बाहर होनी चाहिए ताकि कोई दबाव न डाले!”
admin
News Admin